RANCHI:सिटी में बाइकर्स गैंग का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। वीआईपी मार्ग कहा जाने वाले हरमू रोड और मोरहाबादी के आस-पास आए दिन मोबाइल छिनतई और चेन स्नेचिंग के मामले आ रहे हैं। शाम छह बजे से रात के नौ बजे तक इस तरह की ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। हरमू रोड में मोबाइल छिनतई का मामला सुलझा भी नहीं था कि मोराहाबादी में एक लड़की से मोबाइल छीनने का मामला सामने आ गया। मोबाइल छिनतई और चेन स्ेनचिंग कर बाइकर्स गैंग बार-बार रांची पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। ऐसे लोगों को पकड़ने के बजाए पुलिस भी मामले को रफा-दफा करने में जुटी रहती है।

नहीं हुई गिरफ्तारी

बीते जुलाई के महीने में रांची में छिनतई के चार मामले सामने आए। इनमें से एक भी वारदात में शामिल अपराधी नहीं गिरफ्तार हुए। पुलिस का कहना है बाइकर्स गैंग मोबाइल फोन छीनकर सुनसान राहों में फरार हो जाते हैं। पुलिस के अनुसार युवा अपने ऐशो-आराम, नशा और गर्लफ्रेंड के खर्चे के लिए अपराध कर रहे हैं। ये लोग किसी आपराधिक गिरोह से नहीं हैं, जिस कारण इनकी पहचान नहीं हो पाती। गौरतलब है कि बुधवार को हरमू रोड स्थित विशाल मेगा मार्ट के समीप बाइक सवार दो अपराधी एक युवक से मोबाइल छीन कर फरार हो गए। इसके अगले दिन गुरुवार को मोरहाबादी में एक लड़की से मोबाइल छीनने का मामला सामने आया। वहीं कुछ दिन पहले बरियातू थाना क्षेत्र से महिला से चेन छिनतई का भी मामला सामने आ चुका है।

पीसीआर के बाद भी घट रही घटनाएं

राजधानी की सडकों पर अलग-अलग इलाकों में पीसीआर वैन खड़ी रहती है। हर पीसीआर में चार से पांच पुलिसकर्मी मौजूद होते हैं। इसके बावजूद अपराधी घटना को अंजाम देकर आसानी से फरार हो रहे हैं। पीसीआर के पुलिसकर्मी किसी साइड इलाके में वैन खड़ी कर आराम फरमाते हैं और इधर अपराधी घटना को अंजाम देकर निकल जाते हैं। पीसीआर के अलावा पेट्रोलिंग गाड़ी भी रास्तों में मूव करती रहती है। लेकिन न तो ये अपराधियों को अपराध करने से रोक पा रहे हैं और न ही उन्हें गिरफ्तार कर पा रहे हैं। आलम यह है कि शहर के बाजारों, दुकानों और मुहल्ले की गलियों में भी लोगों को हाथ में मोबाइल फोन लेकर चलने में डर लग रहा है। लेागों में बाइकर्स गैंग के बदमाशों का खौफ है। पुलिस-प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर वारदात को अंजाम देने में अपराधी सफल हो रहे हैं।

कैमरे भी किसी काम के नहीं

राजधानी में चोरों, अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सिटी में लगभग 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरे एंस्टॉल किए गए हैं। लेकिन पुलिस को इससे भी कोई खास मदद नहीं मिल रही है। काफी स्पीड में निकल जाने के कारण युवक के चेहरे फुटेज में क्लियर नहीं आ पाते। वहीं जिनके साथ हादसा होता है, वह भी इतनी जल्दबाजी में होते हैं कि लोग चेहरा नहीं पहचान नहीं पाते। सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में हुए मोबाइल छिनतई मामले में थाना प्रभारी ममता कुमारी ने कहा कि छिनतई करने वाले युवक कैमरे की नजर में कैद तो हो रहे हैं, लेकिन कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर अपराधी नजर नहीं आ रहे हैं। जिस कारण अपराधी पुलिस की पकड़ से बच जा रहे हैं। पुलिस छापेमारी कर रही है, बाइकर्स गैंग से निबटने की भी तैयारी पुलिस कर रही है। ऐसे लोगों के साथ सख्ती से निबटा जाएगा।

03 जुलाई : सुखदेव नगर थाना क्षेत्र स्थित देवी मंडप रोड में युवती से मोबाइल छिनतई।

7 जुलाई : जगन्नाथपुर इलाके में महिला से चेन की छिनतई।

18 जुलाई : बरियातु थाना क्षेत्र में महिला से मोबाइल छिनतई।

27 जुलाई : सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में युवक से मोबाइल छिनतई।