रांची: जागेंगे या जान लेकर ही मानेंगे। जी हां, रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के हालात कुछ ऐसे ही हैं। बता दें कि एयरपोर्ट पर 16 जून को इंडिगो की फ्लाइट एक चील से टकरा गई। टेक ऑफ के समय यह हादसा हुआ। रांची से मुम्बई जा रहे इस विमान में 164 लोग सवार थे। इस घटना को हुए 12 दिन हो गए, लेकिन रांची एयरपोर्ट के रनवे पर अब भी कुछ नहीं बदला है। क्योंकि बर्ड हिटिंग से बचाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। अब भी एयरपोर्ट पर पक्षियों का झुंड मंडरा रहा है।

तो क्यों न हो बर्ड हिट

एयरपोर्ट के बाहर कई जगह कचरा फैलाकर रखा गया है। गंदगी के पास पक्षी और दूसरे जानवर मंडराते रहते हैं। फ्लाइट्स से निकलने वाली गंदगी को भी यहीं लाकर फेंक दिया जाता है। यही पक्षी आये दिन किसी न किसी प्लाइट के लिए ऐसे हादसों का कारण बन रहे हैं। इससे पहले भी रांची एयरपोर्ट पर बर्ड हिट की कई घटनाएं हो चुकी हैं।

दुर्घटना की आशंका

रांची एयरपोर्ट पर बर्ड हिट से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। इससे निपटने के लिए प्रबंधन द्वारा कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किया गया है। अब भी पुराने तरीके से ही निपटा जा रहा है। न तो एयरपोर्ट पर पूरे समय बर्ड चेजर की टीम तैनात रहती है और न ही उनके पास आधुनिक तकनीक है। बर्ड हिट से निपटने के लिए कोई ठोस रास्ता नहीं अपनाया गया है। आलम यह है कि रांची एयरपोर्ट के आसपास मांस-मछली की बिक्री हो रही है। इसे हटाने के लिए कई बार योजनाएं बनीं और कार्रवाई भी हुईं, लेकिन असर लंबे समय तक देखने को नहीं मिला।

मैन्युअल तरीके से आसमानी हिफाजत।

रांची एयरपोर्ट के पास बर्ड हिट से निपटने के लिए ऑटोमेटिक इलेक्ट्रानिक डिवाइस उपलब्ध नहीं है। चेजर टीम के सदस्यों द्वारा रिफ्लेक्टर रीवन, गुलेल, पटाखा, जोन गन, लेजर टॉर्च, विंगावेलर के सहारे पक्षियों को दूर भगाया जाता है। विमान लैंडिग के दौरान भी एयरपोर्ट के अंदर पक्षियों का झुंड मंडराता रहता है।

मांस-मछली की दुकान से आते हैं पक्षी

एयरपोर्ट के आसपास मांस, मछली की दुकान बर्ड हिट का सबसे बड़ा कारण है। एयरपोर्ट के तीन किमी का दायरा मांस-मछली की बिक्री के लिए प्रतिबंधित होता है, लेकिन बिरसा चौक, विधान सभा के पास, सेक्टर टू मार्केट, हिनू चौक, डोरंडा आदि क्षेत्रों में खुले में मांस-मछली बिकता है, जिसकी गंध पाकर पक्षी इस ओर आकर्षित होते हैं। नियमित खुराक मिलने के कारण पक्षी एयरपोर्ट के आसमान में मंडराते रहते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी और नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम समय-समय पर प्रतिबंधित क्षेत्र में खुले में मांस-मछली बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर जुर्माना भी वसूलती है, लेकिन मांस-मछली की दुकान पहले की तरह ही फिर से सज जाती है, जिससे बर्ड हिटिंग की आशंका हमेशा बनी रहती है।

बर्ड चेजर लगे रहते हैं, व्हिसल को रनवे पर रखा जाता है। बर्ड को हटाने के लिए हमेशा टीम तैयार रहती है। अभी बरसात में बर्ड ज्यादा उड़ती हैं, इसका ध्यान हमलोग रख रहे हैं। आसपास के पेड़ की डाली को काटा जा रहा है। बर्ड हिटिंग की घटना के बाद मैन पावर भी बढ़ा दिया गया है।

-विनोद शर्मा, डायरेक्टर, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची