रांची: अभी रांची पुलिस धुर्वा के टेंट हाउस संचालक से मांगी गई 50 लाख रंगदारी के मामले को सुलझा भी नहीं सकी थी कि 24 घंटे के भीतर बेखौफ अपराधियों ने दूसरे व्यवसायी से 50 लाख की डिमांड कर दी है। मोरहाबादी के रहने वाले विजय कुमार सिंघानिया, पिता हनुमान शरण सिंघानिया से पीएलएफआई के नाम पर 50 लाख रंगदारी मांगी गई है। उन्हें रुपए का भुगतान जल्द से जल्द करने को कहा गया है। उनका व्यवसाय कोतवाली थानाक्षेत्र में है, इसलिए उन्होंने कोतवाली थाने में रंगदारी मांगे जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई है।

क्या है एफआईआर में

विजय सिंघानिया ने प्राथमिकी में लिखा है कि उन्हें 31 अक्टूबर को उनके मोबाइल नंबर पर व्हाट्सअप नम्बर 2602358290 से व्हाट्सअप पर वॉयस मैसेज के जरिए 50 लाख रंगदारी मांगी गई है। साथ ही साथ पीएलएफआई के लेटर हेड पर दिनेश गोप के नाम पर भी जान-माल की क्षति पहुंचाने की भी धमकी दी गई है।

आयुर्वेद दवाओं का है कारोबार

विजय सिंघानिया का अपर बाजार में गांधी चौक के समीप श्रीगणपति आयुर्वेद औषधालय और बकरी बाजार में श्री गणपति आयुर्वेद भवन के नाम से दो प्रतिष्ठान हैं। अपर बाजार के नामी गिरामी व्यवसायियों में विजय सिंघानिया का नाम शुमार है। उनको धमकी मिलने से व्यवसायियों में काफी रोष है और कई लोग दहशत में भी हैं।

बेटों को नुकसान पहुंचाने की धमकी

विजय सिंघानिया ने पुलिस को बताया कि उन्हें 31 अक्टूबर को 2 बजकर 38 मिनट पर धमकी भरे वॉयस मैसेज मिले हैं। इसमें उनके दोनों बेटे अमित सिंघानिया और सुमित सिंघानिया को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई है।

8 अक्टूबर को पुलिस के हत्थे चढ़े 5 पीएलएफआई उग्रवादी

जंगल के कुख्यात अपराधी के नाम से जाने जाने वाले उग्रवादी संगठन अब शहर की चकाचौंध में अपने आपराधिक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में लगे हैं। राजधानी रांची में भी लगातार पीएलएफआई उग्रवादियों की गिरफ्तारी इस बात का पुख्ता प्रमाण है। 8 अक्टूबर को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुई फायरिंग की वारदात को अंजाम देनेवाले शख्स को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के होश तब उड़ गए, जब उन्हें जानकारी मिली कि गिरफ्तार अपराधी पीएलएफआई के लिए काम करते हैं। लेकिन यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए जैकपोट भी साबित हुई। शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस तीन अन्य उग्रवादियों को भी गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई, जिसके पास से सिंगल और डबल बैरल का दो लोडेड देसी कट्टा, कई जिंदा कारतूस और कुछ खोखा बरामद किया गया।

जमीन व कंस्ट्रक्शन कारोबारियों से थी रंगदारी की साजिश

पुलिस गिरफ्त में चढ़े उग्रवादियों ने पुलिस को बताया कि संगठन ने जमीन और कंस्ट्रक्शन वर्क से जुड़े लोगों से रंगदारी मांगने की योजना बनाई है। वे लोग दिनेश गोप के निर्देश पर राजधानी में रहकर कारोबारियों की रेकी करते हैं। गिरफ्तार उग्रवादियों में विजय मुंडा, विशाल शर्मा, विशाल स्वांसी उर्फ पोंगो, आकाश सिंह उर्फ एलेक्स, सुशील शर्मा उर्फ कटला शामिल है, जो 2 लाख के ईनामी नक्सली एरिया कमांडर पुनई उरांव के गिरोह के हैं।

बम से उड़ाने की धमकी

पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम से 31 अक्टूबर को ही धुर्वा के टेंट हाउस कारोबारी संदीप कुमार से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई। रंगदारी नहीं देने पर उन्हें जान से मारने और उनकी दुकान को बम से उड़ाने की धमकी भी दी गई है। संदीप को पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, सरदारजी और दो अज्ञात नंबरों से व्हाट्सएप मैसेज आया था।

सुजीत सिन्हा गैंग ने भी मांगी थी रंगदारी

18 सितंबर को तुपुदाना स्थित शाकंभरी राइस मिल के संचालक अनीश गुप्ता से एक करोड़ रंगदारी डिमंड की गयी थी। घाघीडीह जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के नाम पर रंगदारी मांगी गई थी। फिर तीन दिन बाद 22 सितंबर को उनके पार्टनर तुपुदाना के कारोबारी प्रवीण कुमार से सुजीत सिन्हा के नाम परएक करोड़ की रंगदारी मांगी गयी। दोनों को मैसेज सुजीत सिन्हा के नाम पर मयंक सिंह ने भेजा था।