रांची (ब्यूरो)। पेंशन पाने की अपनी खुशी को शब्दों में बयां करते हुए लाभुक सुखली देवी ने कहा कि बड़ी वृद्धा पेंशन ला दौड़ली, का कहूं नाहीं होवत रहेपेंशन बन गइल। जइसे हमनी के रोवां जुड़ा गइल, वइसही सरकार के भी रोवां जुड़ावे। एक अन्य लाभुक ने कहा कि बेसे दिन से कूदत रहली, आज फल मिलल बा। जुग-जुग जियस हेमन्त बाबू। यह मूल वाक्य ही सरकार द्वारा आयोजित शिविर की विशेषता को प्रकट करता है। आमजनों में सरकार एवं प्रशासन के प्रति सकारात्मक भावना विकसित हो रही है। शिविर के माध्यम से लोगों की समस्याओं का हाथों हाथ निदान किया जा रहा है।
दिव्यांग को प्राथमिकता
नगर पंचायत जामताड़ा में आयोजित शिविर में एक शत प्रतिशत दिव्यांग युवक देवकीनंदन केडिया के प्रति तत्परता दिखाते हुए पेंशन योजना का आवेदन प्राप्ति के 10 मिनट के भीतर सारी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए उनकी पेंशन की स्वीकृति कर उनके घर जाकर उनके परिजनों को प्रदान की गई। वहीं पाकुड़ के पाकुडिय़ा प्रखंड के गणपुरा निवासी असहाय एवं वृद्ध महिला वाहा मुर्मू की समस्या का भी समाधान किया गया। उन्हें लंबे अरसे से वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त नहीं हुई थी। इन्हें प्रखंड व अंचल की समुचित जानकारी नहीं थी। वह गणपुरा पंचायत में आपके अधिकार, आपकी सरकार- आपके द्वार शिविर पहुंची, तो शिविर के कर्मियों ने संवेदनशीलता से कार्य करते हुए इनके आवेदन को ऑन स्पॉट सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरा कर इनकी पेंशन स्वीकृत कर दी। वाहा मुर्मू का चेहरा खुशी से खिल उठा। उन्होंने कहा कि सरकार ने बुढ़ापा अच्छे से काटने के लिए उनकी वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत कर दी।