RANCHI:शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो अगले साल से झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के टॉपर्स की आगे की पढ़ाई का पूरा खर्च पूरा वहन करेंगे। उन्होंने यह घोषणा बुधवार को विधानसभा परिसर में इस साल के टॉपरों को ऑल्टो कार सौंपने के क्रम में की। उन्होंने अपने वादे के मुताबिक जैक की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के टॉपरों क्रमश: मनीष कुमार कटियार तथा अमित कुमार को अपने खर्च से ऑल्टो कार गिफ्ट के रूप में दिए। मौके पर विधानसभाध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो, विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद, जैक के अध्यक्ष अर¨वद कुमार सिंह, नेतरहाट विद्यालय के प्राचार्य संतोष कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

स्टूडेंट्स को मिलेगी प्रेरणा

टॉपरों को कार देने के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। जब उन्होंने परीक्षाओं के परिणाम जारी होने पर टॉपरों को कार देने की घोषणा की थी तो इसपर मजाक उड़ाया गया था। इस मौके पर विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि टॉपरों को पुरस्कृत करने से अन्य विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने शिक्षकों से विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य की भी शिक्षा देने का आह्वान किया। कार प्राप्त करने के बाद काफी खुशी नजर आ रहे मैट्रिक के टॉपर मनीष कुमार कटियार ने कहा कि आगे भी टॉपरों को इस तरह पुरस्कृत किया जाना चाहिए। इससे सभी विद्यार्थियों को परीक्षा में उत्कृष्ट करने की प्रेरणा मिलेगी। राज्य के सबसे प्रतिष्ठित नेतरहाट विद्यालय के छात्र मनीष भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। इंटरमीडिएट के टॉपर अमित कुमार ने जेईई मेन्स में सफलता प्राप्त की है। अमित किसी अच्छे आइआइटी में नामांकन लेना चाहते हैं। अमित ने कहा कि मैट्रिक में भी उसे राज्य में दूसरा स्थान मिला था। नेतरहाट में मैट्रिक तक पढ़ाई करने से उसकी नींव मजबूत हुई। उन्होंने कहा कि टॉपरों को सम्मान मिलने से विद्यार्थियों को और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।

ये हैं टॉपर्स

मैट्रिक टॉपर मनीष कुमार कटियार साहिबगंज के तीनपहाड़ थाना क्षेत्र के दरलाघाट के रहने वाले हैं। उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा में 500 में से 490 अंक हासिल किए। इंटरमीडिएट की परीक्षा में ओवरऑल टॉपर रहे प्लस टू एसआरएसएसआर स्कूल, सरिया, गिरिडीह के छात्र रहे अमित कुमार ने कुल 457 अंक हासिल किए। अमित के पिता वीरेंद्र वर्णवाल इलेक्ट्रानिक सामानों की दुकान चलाते हैं। टॉपरों के साथ पहुंचे उनके पिता ने कहा कि उनके बच्चों की मेहनत से ही यह उपलब्धि हासिल हुई है।