रांची (ब्यूरो)। रांची के हर सेक्टर में लापरवाही साफ-साफ देखी जा रही है। भले ही सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दिया हो, लेकिन लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सबसे खराब हालत बाजारों की है। सब्जी बाजार हो, कपड़ा बाजार या फिर राशन आदि की दुकानें, हर जगह लोग लापरवाह दिख रहे हंै। चेहरे पर मास्क तो गायब है ही, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन होता नहीं दिख रहा है। ऑटो में क्षमता से ज्यादा सवारी ढोए जा रहे हैं। बसों में ठूंस-ठूंस कर यात्रियों को बिठाया जा रहा है। अब तक प्रशासन के ओर से सख्ती शुरू नहीं की गई है। शायद लोग इसी का इंतजार कर रहे हैैं कि जबतक प्रशासन सख्त नहीं होगा, मास्क नहीं लगाने वालों से जुर्माना नहीं वसूला जाएगा, तबतक लोग नियमों का पालन करना शुरू नहीं करेंगे।

डॉक्टर, पुलिस, बैंक कर्मी सब संक्रमित

संक्रमण हर सेक्टर में तेजी से फैल रहा है। डॉक्टर, पुलिस, रेलवे, बैंक दूसरे स्थानों पर काम करने वाले भी संक्रमित हो रहे हैं। रिम्स में 33 जूनियर डॉक्टर्स के संक्रमित होने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हटिया ब्रांच के 20 कर्मचारी संक्रमित पाए गए। झारखंड पुलिस के कुछ कर्मचारी कोविड पॉजिटिव मिले हैं। बैंक, हॉस्पिटल, पुलिस से होता हुआ सचिवालय तक पहुंच चुका है संक्रमण। इधर सिटी के बाजारों में इसका कोई असर नहीं दिख रहा। न तो लोग सचेत हो रहे हैं और न ही प्रशासन सख्ती बरत रहा है। मौजूदा हालात को देखते हुए यह कहना गलत न होगा कि हमारी लापरवाही ही कहीं फिर एक बार 2021 वाला मंजर न दिखा दे।

अब भी मास्क से परहेज

जिले में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। इसे लेकर सरकार काफी चिंतित हैं और कोरोना के संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने का प्रयास कर रही है। राजधानी में शिक्षण संस्थान, जिम, स्वीमिंग पूल आदि बंद कर दिए गए हैं। दुकानें भी रात आठ बजे तक ही खुले रखने का आदेश दिया गया है। लेकिन दूसरी ओर हाट-बाजार में आने वाले आम लोगों का सहयोग सरकार को मिलता नजर नहीं आ रहा है। संक्रमण को रोकने के लिए मास्क को सबसे अधिक आवश्यक माना गया है, लेकिन लोग मास्क को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं हैं। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से पूर्व मास्क लगाने से परहेज कर रहे हैं और यदि किसी के चेहरे पर मास्क है, तो वह नाक से नीचे दिखाई देता है।

ऑटो में बिना मास्क सफर

नए साल को गुजरे चार दिन हुए है और करीब दो हजार नए मामले सामने आ चुके हैं। हर दिन पांच सौ से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। लोग सावधानी बरतते नहीं दिख रहे हैं। बस हो या ऑटो हर जगह लोग बिना मास्क के ट्रैवल कर रहे हैं। ड्राइवर-खलासी भी मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। एक भी व्यक्ति संक्रमित होने पर यह काफी तेजी से फैल सकता है।

बाजार में लोग लापरवाह

सब्जी लेने के लिए बाजार जाते वक्त लोग घर से थैला तो लेकर निकलते हैं, लेकिन सेहत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मास्क ही भूल जाते है। नागा बाबा सब्जी मार्केट हो या खादगढ़ा, मोरहाबादी, कोकर या फिर कहीं और का सब्जी बाजार, हर जगह लापरवाही दिख रही है। खरीदार और दुकानदार दोनों बेपरवाह बने हुए हैं। पूछने पर कोई भूल जाने, तो कोई मास्क गिर जाने का बहाना बनाता है।

दुकानों से सेनेटाइजर गायब

कोरोना थोड़ा शांत क्या हुआ, लोग अपनी फितरत के अनुसार सबकुछ भूलने लगे। कहीं से आकर हैंड सेनेटाइज करने की आदत भी बहुत जल्द ही छूट गई। अब तो दुकानों, ऑफिस, मॉल, कॉम्पलेक्स, पुलिस स्टेशन आदि स्थानों से हैंड सेनेटाइजर भी गायब हो चुका है। लोग सोशल डिस्टेसिंग का भी ख्याल नहीं रख रहे हैैं। बस स्टैंड हो या ऑटो स्टैंड हर जगह भीड-भाड़ वाली स्थिति बनी हुई है।