RANCHI: रांची के कांके थाना क्षेत्र में लॉ की स्टूडेंट से गैंगरेप की घटना और इसके बाद अब तक हुई कानूनी कार्रवाई के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। छात्राओं, महिलाओं, नाबालिगों से हो रहे दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, हत्या आदि की घटनाओं के बाद से ही केंद्रीय गृह मंत्रालय गंभीर है। हाल ही में हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर जला देने की घटना ने भी पूरे देश को झकझोर दिया है। अब केंद्र इस तैयारी में है कि राज्यों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कानून बनाया जा सके। राज्य से जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट की समीक्षा के बाद ठोस कदम उठाया जाना है।

क्या है मामला

बता दें कि लॉ की छात्रा बीते 26 नवंबर की शाम रांची ¨रग रोड स्थित संग्रामपुर बस स्टैंड के पास अपने दोस्त के साथ बैठी थी। उसी दौरान वहां कार और बाइक से पहुंचे अपराधियों ने उसे जबरन अगवा कर लिया और संग्रामपुर स्थित एक ईट भट्ठे में ले गए, जहां 12 आरोपितों ने मिलकर दुष्कर्म किया था। घटना के दूसरे दिन 27 नवंबर को पीडि़ता कांके थाना पहुंची थी। इसके बाद सभी आरोपितों को पूरी रात छापेमारी कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। दूसरे दिन सभी जेल भेजे गए थे। इनमें कांके थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव निवासी सुनील मुंडा, कुलदीप उरांव, सुनील उरांव, संदीप तिर्की, अजय मुंडा, राजन उरांव, नवीन उरांव, अमन उरांव, बसंत कच्छप, रवि उरांव, रोहित उरांव और ऋषि उरांव शामिल हैं। इनमें सुनील मुंडा के पास से ही हथियार और छात्रा का मोबाइल बरामद किया गया था। इस वजह से वह अलग से दर्ज किए गए आ‌र्म्स एक्ट के मामले का भी आरोपित है। उनके पास से एक पिस्टल, एक देसी कट्टा, 7.62 एमएम बोर की दो गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की एक गोली, घटना में इस्तेमाल की गई कार (जेएच 01एडी 6128), पल्सर मोटरसाइकिल (जेएच 01डीक्यू 8951) आठ मोबाइल और पीडि़ता का छीना गया मोबाइल बरामद किया गया था। पुलिस ने पीडि़ता की मेडिकल जांच के अलावा सभी आरोपितों की मेडिकल जांच भी करवा दी है। फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस चार्जशीट दाखिल कर स्पीडी ट्रायल के लिए कोर्ट से आग्रह करेगी।