रांची: शहर में एक बार फिर चेन स्नैचर्स की बहार हो गई है। कुछ दिनों की धर-पकड़ के बाद जैसे ही पुलिस ढीली पड़ी त्योहारी मौसम का फायदा उठाकर स्नैचर्स एक्टिव हो गए हैं। महिलाओं के साथ झपटमारी के दर्जनों नए ब्लैकस्पॉट बनते जा रहे हैं जहां से बाइकर्स गैंग के अपराधी चेन, मोबाइल या पर्स झपटकर आसानी से फरार हो जाते हैं। इन इलाकों में झपटमारी करने के बाद पलक झपकते ही गायब होना आसान है। शहर के कुछ चिन्हित जगहों पर झपटमारी की घटनाएं लगातार हो रहीं हैं। एक के बाद एक घटनाएं हो रहीं हैं। लॉकडाउन के दौरान कुछ महीने इन घटनाओं पर रोक लगी थी। लेकिन अनलॉक होने के साथ ही फिर झपटमारी की घटनाएं सामने आने लगी हैं। जिन जगहों पर झपटमारी होती है पुलिस कुछ दिनों के लिए वहां चेकिंग चलाती है, गश्ती बढ़ाई जाती है, लेकिन थोड़ी ही ढील पर झपटमार पुलिस को खुली चुनौती देने लगते हैं। झपटमारों के निशाने पर ज्यादातर महिलाएं होती हैं। उनके गले से सोने की चेन, मोबाइल या पर्स झपटकर उचक्के फरार हो जाते हैं।

ये हैं झपटमारी के हॉटस्पॉट

अरगोड़ा चौक, अशोकनगर, सहजानंद चौक, सहजानंद चौक से डीएवी कपिलदेव स्कूल रोड, बिरसा चौक, हिनू, बरियातू रोड के रिम्स के आसपास, सेवेंथ डे स्कूल, बूटी मोड़, कांके रोड सीएमपीडीआई गेट व गांधीनगर गेट, चांदनी चौक, डीपीएस चौक, पिस्का मोड़, कोकर चौक, कांटा टोली बस स्टैंड के आसपास, लोअर चुटिया, पटेल चौक, डोरंडा एजी मोड़, एजी ऑफिस एसबीआई बैंक के आसपास का इलाका।

कई झपटमार जेल से बाहर

कुख्यात झपटमार शाकिब उर्फ देवा और आफताब जानम फिलहाल जेल में हैं। इनके अलावा चुटिया निवासी ऋषभ कुमार उर्फ छोटू, गौरव कुमार उर्फ गोरे और रजनीश कुमार उर्फ अक्षय, इरबा निवासी रजाक अंसारी, ओरमांझी निवासी इमरोज अंसारी, पिठोरिया के चंदवे निवासी शेख सैफ, शेख जाबिर और शेख माहताब, कर्बला चौक डोमटोली निवासी एकलाख उर्फ कैथी, चर्च रोड निवासी अरशद फिरोज, हिंदपीढ़ी मोती मस्जिद निवासी अरशद खान, गुदड़ी चौक निवासी मोसीम अंसारी, पत्थलकुदवा निवासी सचिन एक्का, डोरंडा गौरीशंकर नगर निवासी रवि सोनी, लोअर बाजार इस्लामनगर निवासी आसिफ अंसारी, ओरमांझी इरबा निवासी रजीक अंसारी, पिठोरिया चारी हुजीर निवासी जाफर अंसारी, बिहार के गया निवासी किशोर कुमार, हिंदपीढ़ी निवासी मो। इरफान, मो। सद्दाम, इटकी निवासी मुकिन अंसारी, पिठोरिया चारी हुजीर निवासी आफताब अंसारी उर्फ जानम शामिल हैं। इनमें कुछ जेल में हैं जबकि अधिकतर छूटकर बाहर आ चुके हैं।

इन रास्तों पर जरूर बरतें सावधानी

कांटाटोली चौक से लेकर खादगढ़ा बस स्टैंड

यहां से झपटमारी के बाद नामकुम के रास्ते या बेल बगान रोड की ओर से भागना आसान हो जाता है। यहां नियमित चेकिंग अभियान नहीं चलाया जाता।

कोकर चौक से लेकर सुरेंद्रनाथ स्कूल तक

यहां से झपटमारी की घटना को अंजाम देकर चेशायर होम रोड की ओर, खेलगांव-टाटीसिल्वे रोड और बूटी मोड़ के इलाके में भागना आसान होता है। एक साथ सभी इलाकों में चेकिंग या गश्ती नहीं होती।

खेलगांव मोड़

यहां से झपटमारी की घटना को अंजाम देकर टाटीसिल्वे रोड, हजारीबाग रोड या कोकर की ओर भागना आसान होता है। एक साथ सभी इलाके में चेकिंग नहीं होती।

बूटी मोड़

यहां बरियातू रोड या खेलगांव रोड दोनों इलाकों में झपटमारी होती है। यहां से बरियातू रोड, कोकर या हजारीबाग की ओर भागना आसान है। इसलिए आए दिन झपटमारी की घटनाएं होती हैं।

बड़गाईं मोड़

यहां से झपटमारी की घटना को अंजाम देकर अपराधी को बूटी मोड़ के रास्ते, बरियातू की ओर या खिजुरटोला होकर भागने का रास्ता मिल जाता है।

रिम्स चौक

यहां बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना होता है। यहां घटना को अंजाम देकर टुनकी टोला के रास्ते, बूटी मोड़ या करमटोली चौक की ओर भागना आसान है। सभी जगहों पर गश्ती या चेकिंग नहीं होती।

अरगोड़ा चौक

अरगोड़ा चौक के आसपास लगातार छिनतई की घटनाएं हो रही हैं। कभी अशोक नगर, कभी डिबडीह रोड, तो कभी पुराना अरगोड़ा वाले रास्ते पर। चूंकि यहां से भागने के लिए कडरू, डीपीएस चौक से मेकॉन के रास्ते या भुसरू टीओपी के रास्ते, बिरसा चौक के रास्ते, पुंदाग वाला रास्ता व हरमू रोड की ओर भागने के रास्ते हैं। इस इलाके में ज्यादातर भीड़-भाड़ रहती है।

बिरसा चौक

यहां से झपटमारी कर भागने के लिए हिनू चौक से डोरंडा, एयरपोर्ट रोड, खूंटी रोड, एचईसी की ओर या हरमू बाइपास की ओर भागना आसान है। सभी जगहों पर एक साथ चेकिंग या पुलिस की गश्ती नहीं होती।

एजी ऑफिस के आसपास

एजी ऑफिस के समीप बैंक है। यहां से पैसे लेकर निकलने वाले अक्सर निशाने पर होते हैं। एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दिया गया है.यहां से डिबडीह पुल, डीपीएस चौक, डोरंडा, हिनू की ओर भागना आसान होता है। सभी जगहों पर नियमित चेकिंग या गश्ती नहीं होती।

केस स्टडी 1

19 फरवरी 2020 : अकाउंटेंट जनरल (एजी) ऑफिसर डोरंडा परिसर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से तीन लाख रुपये निकालकर निकले रिटायर्डकर्मी मो। तबरेज खालीद से दिनदहाड़े झपटमारी कर ली गई थी। अबतक अपराधियों का पता नहीं चल पाया है।

केस स्टडी 2

29 नवंबर 2019 : अकाउंटेंट जनरल (एजी) ऑफिस परिसर में घुसकर दो बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े एक महिला कर्मी से डेढ़ लाख रुपये झपट लिया था।

संवेदनशील इलकों में जहां लगातार घटनाएं होती हैं, वहां विशेष टीम की प्रतिनियुक्त की जाएगी। सादे लिबास में पुलिस अपराधियों पर नजर रखेगी। घटनाएं रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

सुरेंद्र कुमार झा, एसएसपी, रांची