आई फॉलोअप

- छोटी बच्ची का किया गया सीडब्ल्यूसी में बयान रिकॉर्ड

- अनिता सुन्ना उर्फ गौरी देवी उर्फ सिमरन करेगी कोतवाली के एएचटीयू थाने में नामजद प्राथमिकी

RANCHI(9 March): रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र के एक घर में राउरकेला की नाबालिग बच्ची से काम कराने के मामले में रेस्क्यू की गई छोटी बहन आरती सुन्ना का बयान सीडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को दर्ज किया। बच्ची ने कहा कि उसे कुछ नहीं मालूम कि उसके साथ क्या हुआ था। इसलिए उनलोगों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कराएं। इधर, अनिता सुन्ना के बयान पर शनिवार को कोतवाली थाने के एएचटीयू थाने में व्यवसायी रमेश सिंधानिया और उसके परिवार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। अनिता सुन्ना उर्फ गौरी देवी उर्फ सिमरन आरोपी रमेश सिंधानिया व उसके परिवार को सजा दिलाना चाहती है। उसका कहना है कि जब उन दोनों बहनों को अपहरण कर लाया गया था तो उन्होंने क्यों नहीं उसके परिवार को सूचना दी। वहीं, जब वह फरार हो गई तो उसकी भी तलाश नहीं की गई, न ही थाने में सनहा दर्ज किया गया था।

10 साल बाद बच्चियों से मिलेंगे परिजन

राउरकेला कीं अनिता सुन्ना और आरती सुन्ना 10 साल बाद अपने माता-पिता मिल सकेंगी। परिवार बेटी अनिता सुन्ना की हिम्मत की सराहना कर रहा है, जिसने समय रहते न सिर्फ अपनी पहचान वापस पाई, बल्कि छोटी बहन को भी आजाद कराया। गौरतलब हो कि वर्ष 2008 में जब दोनों बहनें राउरकेला में फूल तोड़ने गई थीं तो उसी वक्त पता पूछने के बहाने एक बुजुर्ग महिला ने खुश होकर मिठाई खिलाया था। इसके बाद दोनों बेहोश हो गई थीं। जब होश आया तो दोनों एक चावल के बोरे में बंद थीं।

ऐसे बरामद हुई बच्ची

आरती सुन्ना रमेश सिंधानिया के घर में रह रही है या नहीं। इसके लिए तय योजना के मुताबिक, चार दिन पूर्व से अनजान आदमी को रमेश सिंधानिया के घर भेजा था। आरती सुन्ना की बचपन में जारी तस्वीर के आधार पर उसके नाक पर मस्से के दाग से उसे पहचाना, फिर महिला थाना पुलिस की अगुवाई में बच्ची को घर से बरामद कर लिया।