RANCHI: अगर आप भी रांची रेलवे स्टेशन जा रहे हैं तो अलर्ट हो जाएं। जहां नजर हटते ही आपका पर्स और मोबाइल गायब हो जाएगा। इसके बाद आप लाख कोशिश कर लें सामान की रिकवरी नहीं होगी। चूंकि घटना को अंजाम देने वाले छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिन्हें आप पकड़कर थाने भी ले जाएं तो उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती। वहीं कुछ समय के बाद उन्हें थाने से ही छोड़ दिया जाता है। स्टेशन पर इन लोगों ने आतंक मचा रखा है। इसके बावजूद आरपीएफ और जीआरपी इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि स्टेशन एरिया से इन्हें हटाने का आदेश दिया गया है।

भीख मांगते समय देते है घटना को अंजाम

रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से लेकर एक्सटेंशन एरिया में घूमंतू प्रजाति के लोगों ने डेरा डाल रखा है। ये लोग एक जगह से दूसरी जगह स्टेशन एरिया में ही भटकते रहते हैं, जिनके छोटे बच्चे स्टेशन में आने वाले पैसेंजर्स से भीख मांगते हैं। इसी दौरान ये लोग धीरे से मोबाइल-पर्स आदि उड़ा लेते हैं। छोटे बच्चे होने के कारण किसी का ध्यान भी उनकी तरफ नहीं जाता और वहां से फरार हो जाते हैं।

तुरंत साथी का ट्रांसफर कर देते हैं सामान

स्टेशन पर हर तरफ छोटे बच्चों का गैंग एक्टिव है। सामान उड़ाने के बाद ये लोग आपस में ही सामान ट्रांसफर कर देते हैं। इसके बाद शक के आधार पर जब तलाशी ली जाती है तो उनके पास कुछ भी नहीं मिलता। आखिर सामान मिले भी तो कैसे जब कोई और लेकर वहां से जा चुका होता है। वहीं पुलिस थाने से भी कोई आधार नहीं होने के कारण छोड़ दिया जाता है। पूछने पर पुलिस वाले यही कहते हैं कि किस आधार पर उनपर एक्शन लिया जाए जब सामान ही बरामद नहीं हुआ।

जीआरपी में भी मामला नहीं करते दर्ज

रांची स्टेशन पर होने वाली घटनाओं को लेकर मामला जीआरपी तो पहुंचता है। लेकिन आधार नहीं होने के कारण कोई एक्शन नहीं हो पाता। वहीं जीआरपी वाले भी ऐसे मामले को रफा-दफा करने में लगे रहते हैं ताकि एक्सट्रा केस उनका सिरदर्द न बन जाए। ऐसे में कंप्लेन करने वालों को ऐसे ही नियम कानून बताकर टहला दिया जाता है।

वर्जन

ऐसा तो नहीं होना चाहिए। इस तरह की जानकारी तो फिलहाल नहीं है। संबंधित विभाग को इस मामले में जानकारी फारवर्ड की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी, ताकि पैसेंजर्स को परेशानी न हो।

सुहास लोहकरे, एसपीआरओ, रांची डिवीजन