RANCHI : झारखंड में हेमंत सोरेन की गठबंधन की सरकार में इसके अपने सहयोगियों के साथ भी कई तरह के मतभेद की खबरें बाहर आती रहती हैं। एक ताजा उदाहरण गुरुवार को तब देखने को मिला, जब सीएम हेमंत सोरेन ने सुखाड़ पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट से जुड़े मुद्दे सुखाड़ पर बुलाई गई इस मीटिंग में एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के मिनिस्टर योगेंद्र साव को ही नहीं बुलाया गया, जबकि, वह गुरुवार को रांची में अपने नेपाल हाउस स्थित कार्यालय मे ही बैठे थे।

इंतजार करते रह गए योगेंद्र साव

अब यह बात उठनी लाजिमी हो गई है कि जिस डिपार्टमेंट की मीटिंग हुई, उस डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी नितिन मदन कुलकर्णी उस मीटिंग में मौजूद थे, लेकिन उसी डिपार्टमेंट के मिनिस्टर योगेंद्र साव अपने चैंबर में ही बैठे रह गए और इंतजार करते रहे कि कब मीटिंग के लिए उन्हें बुलाया जाएगा। लेकिन, सुबह से शाम हो गई और वह इंतजार ही करते रह गए। मिनिस्टर योगेंद्र साव को इस मीटिंग में नहीं बुलाया गया, लेकिन वह पूरे दिन तक अपने करीबियों से यह जानने की कोशिश करते रहे कि प्रोजेक्ट बिल्डिंग में क्या हो रहा है। लेकिन, इस बारे में जब मिनिस्टर योगेंद्र साव से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने इस बारे में कोई रिप्लाई नहीं दिया।

चर्चा में रहे हैं योगेंद्र साव

कांग्रेस कोटे से एग्रीकल्चर मिनिस्टर बने योगेंद्र साव बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से पहली बार एमएलए बने और स्टेट के मिनिस्टर भी बन गए। गवर्नमेंट बनने के बाद उन्होंने कहा कि मिनिस्टर बनने के लिए कांग्रेस में जूता तक उठाना पड़ता है। इससे पहले प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मारपीट के कारण भी योगेंद्र साव सुर्खियों में रहे थे। अभी पिछले रविवार को उनके बॉडीगार्ड की मृत्यु हो गई, उसमें भी वह चर्चा में आए।

सीएम ने दिया अलर्ट रहने का आदेश

सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को प्रोजेक्ट बिल्डिंग में मीटिंग की। इसमें स्टेट में पर्याप्ता वर्षा नहीं होने के कारण चिंता जाहिर की। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी को यह आदेश दिया कि बारिश कम होने से जो स्थिति उत्पन्न होगी, उससे निपटने के लिए तैयार रहें। मीटिंग में चीफ सेक्रेट्री सजल चक्रवर्ती, सीएम के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी नितिन मदन कुलकर्णी, डिजास्टर मैनेजमेंट सेक्रेटरी अरुण कुमार सिंह शामिल थे।