>Ranchi : झारखंड सरकार से न्याय की उम्मीद लेकर शुक्रवार की देर शाम तारा शाहदेव ने सीएम हेमंत सोरेन उसे उनके कांके रोड स्थित आवास पर मुलाकात की। इस दौरान तारा का भाई भी उनके साथ था। इस मुलाकात के बाद सीएम ने तारा शाहदेव प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश कर दी है। सीएम से तारा की लगभग डेढ़ घंटे तक मुलाकात चली। इसी बीच सीएम हाऊस में कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत और होम सेक्रेटरी एनएन पांडेय भी पहुंचे, जिसको लेकर तरह-तरह की अटकलें भी लगती रहीं। इस दौरान सीएम हाऊस पर मीडिया का भी जमावड़ा लगा रहा। सभी लोग यह जानना चाह रहे थे कि तारा मामले में सीएम क्या फैसला लेंगे। रात सवा 9 बजे तारा अपने परिजनों के साथ सीएम हाऊस से बाहर निकली और मीडिया से बिना बात किए ही स्कॉर्पियो में बैठकर अपने घर चली गई। इसके कुछ देर बाद सीएम हेमंत सोरेन मीडिया से बात करने के लिए बाहर निकले, लेकिन अव्यवस्था के कारण मीडिया से बिना बात किए ही घर के अंदर चले गए। इसके बाद रात 9.ब्0 बजे सीएम दोबारा मीडिया से रू-ब-रू हुए। उन्होंने कहा- आज तारा शाहदेव ने उनसे मिलकर अपने साथ हुए अन्याय की विस्तृत जानकारी दी। मैंने तारा शाहदेव से व्यक्तिगत रूप से सारी जानकारी ली। तारा शाहदेव मामले को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं। इस मामले में जांच में कोई कोताही न हो, इसलिए मैंने इस मामले को सीबीआई को रेफर करने का फैसला किया है। तारा को न्याय मिले, इसके लिए हम और हमारी सरकारी पूरी तरह से प्रि1तबद्ध हैं।

मंत्रियों की बर्खास्तगी के मुद्दे पर रहे चुप

तारा प्रकरण में हेमंत सरकार के दो मंत्रियों हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान का भी नाम आ रहा है। इस कांड के आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन का इन मंत्रियों से संपर्क था। ऐसी बातें सामने आ रही हैं। इस मुद्दे पर हेमंत सोरेन से जब पूछा गया कि क्या वह अपने मंत्रिमंडल से इन मंत्रियों की बर्खास्तगी करेंगे, तो इसपर सीएम ने कोई जवाब नहीं दिया।

हर तरह से की जाएगी तारा की मदद

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- मुलाकात में तारा शाहदेव ने बताया कि वह शूटिंग खेल में फिर से वापस जाना चाहती हैं। वह राज्य और देश के लिए मेडल जीतना चाहती हैं। ऐसे में सरकार की तरफ से मैंने उनको आश्वासन दिया है कि उनकी हर प्रकार से सहायता की जाएगी, जिसमें वह अपनी प्रतिभा को सामने ला सकें।