रांची(ब्यूरो)। आवासीय प्लॉट का व्यावसायिक उपयोग करने वालों के खिलाफ राज्य आवास बोर्ड सख्ती के मूड में है। झारखंड आवास बोर्ड ने रांची मुख्यालय के साथ-साथ धनबाद, जमशेदपुर व हजारीबाग आदि शहरों में भी इस तरह की व्यावसायिक गतिविधियों को तत्काल रोकने का आदेश जारी किया है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में संंबंधित व्यक्ति पर न सिर्फ फाइन किया जाएगा, बल्कि उनका लीज भी रद्द कर दिया जाएगा। फिलहाल आवास बोर्ड रेसिडेंशियल स्पेस का कॉमर्शियल यूज करने वालों की लिस्ट तैयार करने में जुटा है। इसके बाद सभी को नोटिस भेजा जाएगा। हालांकि, कुछ लोगों को नोटिस भेजा भ्ीा जा चुका है।

आवंटन होगा रद

कामर्शियल इस्तेमाल करने वाले को चिन्हित करने की जिम्मेवारी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को दी गई है। इन्हीं के माध्यम से ऐसे लोगों को नोटिस भेजा जा रहा है। बोर्ड की मानें तो ऐसे लोगों को पहले भी कई बार नोटिस भेजा गया है। लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है। अब आवासीय परिसर का कॉमर्शियल इस्तेमाल करने वाले लोगों का आवास आवंटन रद्द करने का कड़ा निर्णय लिया गया है। इस बार सभी को अंतिम रूप से नोटिस भेजा रहा है। यदि इस बार भी व्यावसायिक गतिविधियां नहीं रोकी गई तो आवंटन रद्द कर दिया जाएगा।

नोटिस का जवाब भी नहीं देते

आवास बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि अब तक तीन बार नोटिस भेजा जा चुका है। लेकिन लोगों द्वारा नोटिस का जवाब भी नहीं दिया गया है। वैसे लोगों को कई बार कहा गया कि जो बात है उसे लिखित रूप से बोर्ड को उपलब्ध करायें लेकिन अभी तक किसी ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। बोर्ड के प्लॉट और भूखंडों के आवंटन के समय अनिवार्य शर्त के रूप में रेसिडेंशियल चिन्हित प्लॉट या फ्लैट का उपयोग व्यावसायिक या किसी अन्य प्रयोजन से नहीं किया जाना होता है। फिर भी कई लोग आवासीय परिसर में या तो दुकान खोल देते हैं या फिर पूरा फ्लैट ही रेंट पर लगा कर खुद कहीं और शिफ्ट हो जाते हैं। पहले चरण में राजधानी रांची समेत धनबाद, जमशेदपुर में करीब तीन सौ आवंटनधारियों को नोटिस भेजा गया है।

बोर्ड को हो रहा नुकसान

बोर्ड को लगातार ऐसी शिकायत भी मिल रही है कि लोग बड़े पैमाने पर बोर्ड के क्षेत्र में छोटी-बड़ी दुकानें चला रहे हैं। ऐसे लोगों को बोर्ड की ओर से सख्त हिदायत दी गयी है कि जो लोग ऐसा काम कर रहे हैं, जल्द से जल्द इसे बंद कर दें। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। जानकारी के अनुसार, बोर्ड के आवासीय प्लॉटों के व्यावसायिक के इस्तेमाल की वजह से कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के आवंटियों को भी नुकसान हो रहा है। व्यावसायिक परिसर में मोटी रकम खर्च करके जगह लेने वालों के बावजूद वहां गतिविधियां रफ्तार नहीं पकड़ रही हैं। इस वजह से व्यावसायिक परिसरों के प्रतिष्ठानों को नुकसान हो रहा है।

एन्क्रोचमेंट पर भी एक्शन

बोर्ड की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों पर भी कार्रवाई करने का मूड बोर्ड ने बना लिया है। रांची के हरमू, अरगोड़ा के अलावा अन्य स्थानों पर हाउसिंग बोर्ड अपनी जमीन का सर्वे करा रहा है। जहां कामर्शियल यूज करने वाले और जमीन का अतिक्रमण करने वाले लोगों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है। इसके बाद ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एचईसी का भुसूर इलाका जहां आवास बोर्ड ने 15 हजार फ्लैट बनाने का निर्णय लिया है। यहां भी अतिक्रमण कारियों का कब्जा है। करीब 306 एकड़ जमीन पर निर्माण कार्य किया जाना है। लेकिन एन्क्रोचमेंट की वजह से काम शुरू नहीं हो पा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बोर्ड द्वारा इस तरह के लोगों की सूची तैयार करके नोटिस भेज दिया गया है। अब आवांटन रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

-संजय पासवान, डायरेक्टर, हाउसिंग बोर्ड