--अभी तक नहीं उपलब्ध हो सकी है वैक्सीन, सरकार कंपनियों के संपर्क

- 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को पूर्व की तरह लगता रहेगा टीका

- हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंटलाइन वर्कर्स का भी जारी रहेगा टीकाकरण

रांची : झारखंड में 18 से 45 वर्ष के आयु के युवाओं का कोरोना टीकाकरण शनिवार एक मई से शुरू नहीं हो सकेगा। केंद्र सरकार द्वारा एक मई से टीकाकरण होने की घोषणा के बाद से ही इस आयु वर्ग के लोगों में टीका लेने को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में युवाओं ने टीका लेने के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया है, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इन्हें वैक्सीन लेने के लिए इंतजार करना होगा। राज्य सरकार के अनुसार, कंपनियों से वैक्सीन मिलने के बाद ही इस आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू हो पाएगा। वैक्सीन कब तक मिलेगी, यह भी अभी तक स्पष्ट नहीं है।

मिलते ही होगा शुरू

शुक्रवार को राज्य सरकार ने कहा कि वैक्सीन मिलते ही 18 से 44 वर्ष के नागरिकों का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। सरकार इसके लिए कंपनियों के संपर्क में है। हालांकि 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का टीकाकरण पूर्व की तरह होता रहेगा। सरकारी टीका केंद्रों पर इनका मुफ्त टीकाकरण होगा। वैसे हेल्थ केयर वर्कर्स तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स, जिनकी आयु 45 वर्ष से कम है उनका भी टीकाकरण होगा। उन्हें अपना नियुक्ति पत्र अनिवार्य रूप से दिखाना होगा।

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15 मई के बाद भी टीकाकरण पर संशय

यदि राज्य सरकार को कंपनियों से वैक्सीन नहीं मिल पाई तो 15 मई के बाद भी 18 से 44 वर्ष के नागरिकों का टीकाकरण शुरू होने पर संशय है। विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के अनुसार, कंपनियां मई माह में वैक्सीन उपलब्ध कराने की बात कह रही हैं, लेकिन कोई निश्चित समय नहीं बता पा रही हैं। राज्य सरकार ने दोनों कंपनियों भारत बायोटेक तथा सीरम इंस्टीट्यूट को 25-25 लाख डोज वैक्सीन का आर्डर काफी पहले भेज दिया है। दोनों कंपनियों को एडवांस राशि भी भेज दी गई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी तक भारत सरकार से इस वैक्सीन के इस्तेमाल करने के संबंध में कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। केंद्र सरकार से दिशा- निर्देश मिलने के बाद इसे खरीदने पर भी विचार किया जाएगा।

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17.5 करोड़ रुपये एडवांस

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के अनुसार दोनों कंपनियों को 17.5 करोड़ रुपये वैक्सीन के लिए एडवांस भेजे गए हैं। इनमें सात करोड़ रुपये सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड के लिए तथा 10.5 करोड़ रुपये भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की डोज के लिए भेजे गए हैं। राज्य सरकार ने 18 से 44 वर्ष के नागरिकों के टीकाकरण के लिए 250 करोड़ रुपये की स्वीकृति राज्य आकस्मिकता निधि से दी है। हालांकि यह राशि काफी कम है।

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आज से टीकाकरण शुरू नहीं होने की यह है वजह

- राज्य को कंपनियों से 18 से 44 वर्ष के नागरिकों के टीकाकरण के लिए वैक्सीन नहीं मिल पाई।

- 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए केंद्र से मिली वैक्सीन का इस्तेमाल 18 से 44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण के लिए करने की मंजूरी नहीं मिली।

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वापस करनी होगी बची हुई वैक्सीन

टीकाकरण करनेवाले सभी निजी अस्पतालों व टीका केंद्रों को शुक्रवार के टीकाकरण के बाद बची हुई सभी डोज राज्य सरकार को वापस करनी होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार को बची हुई डोज निजी अस्पतालों से वापस लेने को कहा है। अब निजी अस्पतालों को सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीदनी है।

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फैक्ट फाइल

- राज्य में 1.57 करोड़ आबादी 18 से 44 वर्ष के आयु की है, जिनका टीकाकरण होना है।

- 2,229 सरकारी टीका केंद्रों पर टीकाकरण की तैयारी की गई थी।

- 18 से 44 वर्ष के नागरिकों के लिए राज्य सरकार को वैक्सीन स्वयं खरीदनी है, जबकि 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए वैक्सीन केंद्र सरकार मुफ्त उपलब्ध कराती रहेगी।

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वैक्सीन उपलब्ध कराने में कंपनियों की असमर्थता के कारण शनिवार से 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण शुरू नहीं हो पा रहा है। कंपनियां मई माह में वैक्सीन उपलब्ध कराने की बात तो कह रही हैं, लेकिन तिथि नहीं बता पा रही हैं। उनसे लगातार संपर्क साधकर वैक्सीन मंगाने का प्रयास चल रहा है।

अरुण कुमार सिंह, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार।

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