रांची(ब्यूरो)। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता छोटू एवं फिरोज रिजवी मुन्ना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है पिछले 5 वर्षों से संगठन की कमान राजेश ठाकुर के हाथों में है, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष हैं। सरकार में भी 17 विधायकों के साथ पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, को-आर्डिनेशन कमिटी के सम्मानित सदस्य हैं, मंत्री का दर्जा भी प्राप्त है और मंत्री की सारी सुविधाएं भी मुहैया हैं। फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मान देने से राजेश ठाकुर को कौन रोक रहा है और कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की जिम्मेदारी किसकी है।

सरकारी योजना में नहीं

आलोक दूबे ने कहा अगर मंत्री काम नहीं कर रहे हैं तो उनसे काम लेने की जिम्मेदारी किनकी हैं। अगर मंत्री प्रभावशाली नहीं हैं तो समीक्षा होनी चाहिए, कार्रवाई होनी चाहिए,न कि सार्वजनिक रूप से मंत्रियों को अपमानित किया जाना चाहिए। सरकार की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में संगठन कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है जबकि आरजेडी जिसका संगठन पूरे राज्य में बहुत सक्रिय नहीं है फिर भी हर जगह मौजूद है।

रामगढ़ उपचुनाव से लें सबक

कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा संगठन खंड-खंड में विभक्त हो चुका है, संगठन में कोई राजेश ठाकुर की बात को अहमियत नहीं देता है, प्रभारी अविनाश पांडे की वजह से लोग कार्यक्रम में शामिल तो हो जाते हैं लेकिन संगठन की जो गरिमा है वह पूरी तरह से धूमिल है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण रामगढ़ उपचुनाव के नतीजे हैं। झारखण्ड में संगठन का अगर यही हाल रहा तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ की तरह झारखंड के मंत्रियों को भी विधानसभा चुनाव में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

ओबीसी समाज का अपमान

डॉ राजेश गुप्ता ने कहा ओबीसी समाज को राजेश ठाकुर अपमानित कर रहे हैं। संगठन में या फिर बोर्ड निगम में ओबीसी समाज की अनदेखी को राज्य की जनता देख रही है। राहुल गांधी ने कहा है जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी होनी चाहिए.हम संगठन के कर्मठ लोग हैं और हम तीनों ने पार्टी के लिए लाठी खायें हैं,जेल गये हैं.हमारा परिवार स्वतंत्रता आन्दोलन का परिवार है.हमने आरपीएन सिंह के बनाये हुए अपरिपक्व अध्यक्ष को हटाने की बात कर रहे हैं।