रांची : सिटी के साथ ही झारखंड में भी शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन कैंपेन की लांचिंग हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां पूरे देश में इस अभियान की शुरुआत की, वहीं झारखंड में रांची सदर अस्पताल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में अभियान की शुरुआत हुई। सिटी में वैक्सीनेशन के फ‌र्स्ट डे का फ‌र्स्ट डोज रांची सदर अस्पताल की ही महिला सफाई कर्मी मरियम गुडि़या को दिया गया। मरियम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है। वहीं टीका लेने वाले डा। विजय मिश्र समेत कई चिकित्सकों ने भी सबका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है और इसे लेने में बस सामान्य सुई लेने जैसी ही प्रक्रिया भी है।

48 सेंटर्स पर शुरुआत

इसी के साथ राज्य के सभी जिलों के दो-दो कुल 48 केंद्रों पर इस टीकाकरण की शुरुआत हुई। टीका को लेकर सारी शंकाओं, अफवाहों को किनारे करते हुए कोविन पोर्टल पर निबंधित चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा सफाई कर्मियों ने टीका लगवाया। खबर लिखे जाने तक पूरे राज्य में लगभग तीन हजार स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगा था। इन सभी को कोविशील्ड की पहली डोज दी गई। 28 दिनों बाद इन सभी को दूसरी डोज दी जाएगी। ज्यादातर केंद्रों पर पहला टीका सफाई कर्मियों को लगाया गया। पहले दिन के टीकाकरण के साथ ही यह भी साफ हो गया कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इसे लेकर कहीं से कोई शिकायत नहीं आई। चिकित्सकों और सफाईकर्मियों ने टीका लेने के बाद नियमित रूप से अपना काम भी संभाला और लोगों से अपने सुखद अनुभव साझा किए। टीके को लेकर सबमें खासा उत्साह देखा गया। रांची सदर अस्पताल में टीकाकरण अभियान की लां¨चग के अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, अभियान निदेशक रविशंकर शुक्ला, राज्य टीकाकरण पदाधिकारी डा। अजित कुमार आदि उपस्थित थे।

वैक्सीनेशन देश के लिए वरदान, कोरोना से लड़ने का बड़ा हथियार : हेमंत

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टीकाकरण अभियान की लां¨चग के बाद कहा कि वैश्विक महामारी के लंबे दौर के बीच कोरोना वैक्सीन वरदान की तरह आई है। हमने एक दौर वह भी देखा है जब हमें कोरोना की जांच के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था। आज हम जांच में अग्रणी राज्यों में शामिल हैं। कोरोना से निपटने में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि केवल यह एक वैक्सीन नहीं बल्कि महामारी से जंग लड़ने का हथियार है। राज्य में 48 केंद्रों पर ही टीकाकरण शुरू होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रों की संख्या अधिक बढ़ा देना कोई उपलब्धि नहीं है। उपलब्धि है उन केंद्रों को सुचारु रुप से संचालित करना है। राज्य के सभी केंद्रों पर जरूरत के अनुरुप पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो, यही राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यदि पहले हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर सुरक्षित होंगे तो तब हम सब सुरिक्षत हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुरूप राज्य सरकार ने पूरी तैयारी की है। भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुरूप ही टीकाकरण की कार्ययोजना तैयार की गई है। टीकाकरण के लिए सभी जरूरी एहतियात बरते गए हैं। टीका लगने के बाद किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट अथवा समस्या उत्पन्न न हो इसकी पूरी निगरानी रखी जा रही है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने टीका लेनेवाले हेल्थ वर्करों का हालचाल भी लिया।

सभी सेंटर्स पर सुना गया पीएम का भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टीकाकरण अभियान के लां¨चग कार्यक्रम का प्रसारण सभी केंद्रों पर किया गया। प्रधानमंत्री टीका लेनेवाले किसी स्वास्थ्य कर्मी से बात कर सकें, इसके लिए रांची सदर अस्पताल तथा जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में टू वे कम्युनिकेशन की भी व्यवस्था की गई थी। हालांकि दोनों जगहों पर यह अवसर प्राप्त नहीं हो सका।

लाभुकों को मोबाइल पर मिले मैसेज

टीका लगने के बाद सभी लाभुकों के मोबाइल पर टीका लगने के मैसेज आए। साथ ही टीका की पहली डोज सफलतापूर्वक लगने के लिए बधाई भी दी गई। मैसेज में टीकाकरण के समय और स्थान के अलावा टीका लगानेवाले वैक्सीनेटर ऑफिसर के नाम और मोबाइल नंबर भी भेजा गया। साथ ही कहा गया कि किसी तरह की परेशानी होने पर 1075 हेल्पलाइन पर डायल करें।