रांची(ब्यूरो)। सिटी में इस साल शहर के अलग-अलग पांच जगहों पर 120 अस्थाई पटाखा की दुकाने लगाई जाएंगी। जिला प्रशासन द्वारा इनको अस्थाई लाइसेंस दिया जाएगा। दीपोत्सव के लिए पटाखा बाजार सजने लगा है। रांची शहर में पांच जगहों पर पर पटाखा की दुकानें लगाई जाएंगी। सुरक्षा के मद्देनजर हर दुकान पर दो फायर एक्सटिंग्वशर, बालू से भरी बाल्टी और पानी भरा टैंक रखना अनिवार्य है। मौके पर फायर टेंडर भी उपलब्ध रहेगा।

मोरहाबादी में नहीं लगेगा बाजार

15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने इस बार मोरहाबादी मैदान में पटाखा बाजार नहीं लगने देने का निर्णय लिया है। पटाखा बाजार के लिए पांच कलस्टर बनाए गए हैं, इसे लेकर जिला प्रशासन ने सभी पटाखा दुकानदारों को निर्देश जारी किया है। तय समय पर आकर दुकान का लाइसेंस लेना है। जिला स्कूल, जयपाल सिंह स्टेडियम, हरमू मैदान, डोरंडा मैदान और चुटिया मैदान में पटाखा दुकान लगाई जाएंगी। इसे लेकर दुकानों की संख्या निर्धारित कर दी गई हैं।

आज से पटाखा बाजार शुरू

पांच दिवसीय दीप पर्व 10 नवंबर को धनतेरस के साथ आरंभ होगा। त्योहार का उल्लास अभी से छाने लगा है। दीपावली पर पटाखा बाजार भी गुलजार होने लगा है। रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में दुकानें सजनी शुरू हो गई हैं। यह दुकानें 10 से 25 नवंबर तक लगाई जाएंगी। फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया कि लाइसेंस धारकों को दुकानों में दो-दो फायर एक्सटिंग्वशर, बालू से भरी बाल्टी, पानी से भरा टैंक आदि रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी जगह दुकानों को ऐसी जगह पर बनानी होगी, जिससे आपात स्थिति में निकलने के लिए पर्याप्त जगह रहे। सभी स्थलों पर विभाग की ओर से भी एक-एक फायर टेंडर तैनात किया जाएगा। किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए विभाग हर वक्त मुस्तैद रहेगा।

15 दिनों का लाइसेंस

जहां जिला प्रशासन ने जगह तय की है, वहां होलसेल में भी पटाखे बिक रहे हैं। दुकानदारों को अपने कारोबार के लिए 15 दिनों की अनुमति दी जा रही है। इसके अलावा शहर के विभिन्न स्थानों में भी दुकान लगाने के लिए कारोबारियों से आवेदन मांगा गया है। इसके आधार पर ही जगह और क्षमता तय की जाएगी। जहां दीपावली के दो दिन पहले से पटाखा बिकने लगेगा और छठ तक बिकते रहता है।

20-25 परसेंट महंगे हुए पटाखे

दुकानदारों का कहना है कि बीते वर्ष की तुलना में सभी पटाखों की कीमत में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पटाखों में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर की कीमत, पेट्रोल-डीजल के दाम और लेबर कॉस्ट में बढ़ोतरी के कारण पटाखों की कीमत बढ़ी है। इसका असर बिक्री परं भी पड़ेगा। दुकानदारों का कहना है जिला प्रशासन हमलोगों को जगह चिन्हित करके लाइसेंस दे देता है, लेकिन शहर के हर गली मुहल्ले, चोक चौराहे पर पटाखा दुकानें खुल जाती हैं, जिसके कारण लोग पटाखा खरीदने के लिए तय स्थान पर नहीं पहुंचते हैं, नजदीक में ही खरीद लेते हैं।

8-10 बजे तक ही आतिशबाजी

दिवाली की रात आठ बजे से रात दस बजे तक आतिशबाजी की जा सकती है। इसके लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने वायु प्रदूषण, ध्वनि समेत अन्य को नियंत्रित रखने की तैयारी शुरू कर दी है। रांची का एक्यूआइ लेवल अधिक है, जिस कारण रांची को अनहेल्दी कैटेगरी में रखा गया है। जबकि शून्य से 50 एक्यूआइ वाले शहर गुड और 51 से 100 एक्यूआइ वाले सिटी सैटिस्फैक्ट्री श्रेणी में हैं।