रांची (ब्यूरो)। होली का त्योहार नजदीक है। इसे लेकर बाजार भी सजने लगा है। होली सेलिब्रेट करने के लिए हर कोई अपनी-अपनी तैयारी में जुटा है। वहीं सायबर अपराधी भी फेस्टिवल के मौके पर एक्टिव हो गए हैं। ठगों ने रंगों के इस माहौल को भुनाने की पूरी तैयारी कर ली है। फेस्टिवल ऑफर से संबंधित मैसेजेस लोगों के स्मार्ट फोन तक पहुंच रहे हैं। व्हाट्सएप, फेसबुक, ईमेल से लेकर सभी सोशल साइट्स पर डिस्काउंट ऑफर से लेकर कैशबैक, सेल या फ्री गिफ्ट वाउचर्स के लिंक भेजे जा रहे हैं। ऐसे में में लोगों की सावधानी ही उनका बचाव है। जरा भी असावधानी होने पर होली के रंग में भंग पड़ सकता है। राजधानी रांची में साइबर क्रिमिनल्स सीजन और फेस्टिवल के ट्रेंड के अनुसार लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। होली पर्व के सेलिब्रेशन और शॉपिंग को देखते हुए ऑनलाइन साइट्स पर साइबर अपराधियों की नजर है। ये फेक ऑफर कॉल और ब्लिंक मैसेज के जरिए अपने शिकार को टारगेट करने में जुटे हुए हैं। सिटी में हाल के दिनों में एक के बाद एक कई केसेज सामने आए हैं, जिसमे, ऑफर बताकर लोगों को ठगा गया है। हालांकि, कुछ लोग अवेयरनेस के कारण इससे बचने में सफल रहे हैं। वहीं कुछ जाल में फंसकर आर्थिक नुकसान करा चुके हैं।

डिस्काउंट ऑफर व फेक कॉल

शॉपिंग पर डिस्काउंट और कैश बैक का झांसा देकर रुपए उड़ाने का मामला सामने आया है। चुटिया निवासी आरती सिंह मुंडा ने थाने में ऐसा ही एक मामला दर्ज कराया है, जिसमें ब्रांडेड आउटलेट पर 80 परसेंट ऑफर बताकर उनसे 45 हजार रुपए की ठगी कर ली गई। अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया फार्मूला इजाद किया है। किसी भी आम नागरिक को फोन करके उनपर फ्राड करने के केस दर्ज करने की बात कही जाती है। साथ ही केस करने वाले व्यक्ति का नाम और नंबर भी दिया जाता है। दिए गए नंबर पर फोन करने पर केस से बचने के लिए ओटीपी नंबर मांगा जाता है। नंबर देते ही आप कंगाल हो सकते हैं। मोरहाबादी के रहने वाले संदीप कुमार के पास ऐसा एक फोन किया गया। हालांकि, संदीप अपनी सूझ-बूझ से ठगों के झांसे में आने से बच गए। लेकिन कोई भी सामान्य नागरिक भयभीत होकर अपराधियों के झांसे में फंस सकता है।

फर्जी निकला कस्टमर केयर

अशोक नगर के रहने वाले अभिषेक बनर्जी होली की ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे थे। पेमेंट के दौरान उनके अकाउंट से पैसे कट गए लेकिन पेमेंट अनसक्सेसफुल बता रहा था। लिहाजा, उन्होंने इंटरनेट पर कस्टमर केयर का नंबर खोजा, और बिना कुछ सोचे-समझे उसे कई अहम जानकारियां साझा कर दी। अभिषेक ने ओटीपी नंबर भी बता दिया। जिसके बाद उनके अकाउंट से फिर से 85 हजार रुपए निकाल लिए गए।

साइबर सेफ होली मनाएं

डिजिटल युग में आज सबकुछ ऑनलाइन हो गया है। इससे जहां काफी हद तक सुविधा बढ़ गई है तो वहीं दूसरी ओर यही सिस्टम मिनटों में आपको कंगाल बना सकता है। थोड़ी सी जानकारी और सतर्कता से आपकी गाढ़ी कमाई बच सकती है। इन दिनों साइबर फ्राड के मामले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि पुलिस भी पहले से एक्टिव हुई है। कई अपराधियों को पुलिस ने दबोचा है। लेकिन अब भी सायबर अपराध पर पूरी तरह कंट्रोल नहीं हो सका है। होली को देखते हुए रांची पुलिस ने भी आम लोगों से सुरक्षित फेस्टिवल मनाने की अपील की है। किसी भी तरह के लालच में नहीं फंसने का आग्रह किया गया है। ऐसा होने पर फौरन नजदीकी थाने और सायबर सेल में इसकी शिकायत करने की भी अपील की गई है।

ऐसे रहें सुरक्षित

- किसी तरह के अनचाहे लिंक पर क्लिक न करें

- किसी को अपने बैंक डिटेल्स जैसे यूपीआई आईडी, बैंक आईडी, नेट बैंकिंग पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें

- किसी को कॉल पर अपनी निजी जानकारी न शेयर करें।

-किसी तरह के विज्ञापन पर विश्वास करने से पहले उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर क्रास चेक कर लें।

साइबर फ्राड से ऐसे बचें

- गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेने से बचें

- नए मोबाइल नंबर से आने वाले फोन कॉल से अलर्ट रहें

- किसी को भी पिन, पासवर्ड और बैैंक डिटेल देने से बचें

- अपना स्मार्ट फोन अनलॉक मोड में किसी को न दें

- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में सावधानी बरतें

- एटीएम, पिन और बैैंक बैलेंस की जानकारी के लिए बैैंक शाखा से संपर्क करें

- नए नंबर से आए फोन कॉल के क्यूआर कोड को स्कैन नहीं करें

- ऐप्स को इंस्टाल करने से पहले उसकी रिव्यू और रेटिंग को चेक कर लेंं

- अपने फोन में कभी भी क्विक सपोर्ट, एनिडेस्क, टीम व्यूवर नहीं डाउनलोड करें

- ठगी होने पर तुरंत 155260 पर कॉल करें

होली के अवसर पर साइबर अपराधी लोगों को आकर्षक ऑफर देकर फंसाने में जुटे हुए हैं। लोगों की सतर्कता उन्हे इससे बचा सकती है। ऐसा कुछ होने पर फौरन इसकी शिकायत करें।

-यशोधरा, डीएसपी, साइबर सेल