RANCHI: बच्चों का भविष्य एक टीचर बनाता है। इसके लिए टीचर को काफी मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन लॉकडाउन में उन्हीं का भविष्य अधर में लटक गया। काम छूट गया तो उन्हें टेंशन हो गई। समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। इस बीच अंधेरे में उन्हें रौशनी दिखाई दी। टीचर अभिषेक ने कोचिंग का कारोबार बंद होने के बाद इवेंट कंपनी खोल ली। आज पूरे शहर में छोटी-मोटी पार्टियों से लेकर बड़े इवेंट ऑर्गनाइज कर रहे हैं।

दिल्ली में जॉब छोड़ आया था रांची

मैं अभिषेक कुमार लंबे समय से बच्चों को पढ़ा रहा था। दिल्ली में जॉब छोड़कर रांची में आया था तो लगा कि बच्चों को पढ़ाकर अपना जीवन चला लूंगा। सबकुछ ठीक चल रहा था। तभी कोरोना ने दस्तक दी और लॉकडाउन हो गया। सबकुछ पूरी तरह से बंद हो गया। तब लगा कि अब कुछ भी नहीं बचा। सेविंग्स भी खत्म होने लगे। फिर कुछ दोस्तों ने मिलकर सलाह दी और इवेंट कंपनी शुरू करने को कहा। कम खर्च में यह शुरुआत करने में अच्छा भी लगा। आज लोग हमें काम दे रहे हैं तो पूरी टीम का घर भी चल रहा है।

छोटी पार्टियों बना ली इवेंट कंपनी

छोटी-मोटी बर्थडे पार्टी से शुरू की गई इवेंट कंपनी आज सिटी में अपना नाम कमा चुकी है। सेफ्टी के साथ हर थीम पर सजावट करने का काम पूरी टीम कर रही है, जिससे कि लोगों के बीच अच्छी इवेंट कंपनी की पहचान बन चुकी है। वहीं इवेंट ऑर्गनाइज करने के लिए टेंट, लाइट के अलावा कैटरर से भी टाइअप कर लिया है। जैसी जरूरत होती है उस हिसाब से अरेंजमेंट कर देते हैं।

अपनी कंपनी में 30 को दिया रोजगार

दो लोगों के साथ मिलकर मैंने पहले इसकी शुरुआत की। धीरे-धीरे मेरे साथ एक के बाद एक लोग जुड़ते चले गए। आज मेरे पास 30 लोगों की पूरी टीम है, जो हर इवेंट को ऑर्गनाइज करने के लिए जुट जाती है। अब तो कई बार एक ही दिन इवेंट ज्यादा होते हैं तो मैनेज करने में थोड़ी परेशानी हो जाती है। लेकिन हमारी टीम के मेंबर भी खुद को इतना तैयार कर चुके हैं कि हार नहीं मानते। किसी भी इवेंट को सक्सेसफुल बनाने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं।