रांची: राजधानी की सड़कों का हाल दिनोंदिन खराब होता जा रहा है। सड़कों पर बडे़-बडे़ गड्ढे हो गए हैं। बारिश के पानी से जलजमाव होने के बाद सड़क का गड्ढा भी नजर नहीं आता, जिससे हर दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। दो दिन पहले ही बूटी मोड़ के समीप सड़क में हुए गड्ढे के कारण बाइक सवार एक दंपती रास्ते में ही गिर गया। उनके साथ एक छोटा बच्चा भी था। सामने से ट्रक आ रहा था। बच्चा और पूरा परिवार बाल-बाल बचा। इसी तरह हर दिन किसी न किसी सड़क पर एक्सीडेंट होता है, जिसकी सबसे प्रमुख वजह सड़क पर हुए गड्ढे हैं। हर साल सिर्फ रोड रिपेयरिंग के लिए दस करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। सड़क पर बिटूमिनस परत चढ़ायी जाती है। कालीकरण किया जाता है। लेकिन इसकी क्वालिटी इतनी खराब होती है कि एक ही बारिश में सब बह जाता है, जिससे सड़क पर गड्ढे होने शुरू हो जाते हैं। कुछ ही दिनों में यह गड्ढा बड़ा हो जाता है, जिसके बाद एक्सीडेंट होने लगते हैं। कोविड और दूसरी वजहों से बीते दो सालों से सड़क की रिपेयरिंग भी ठीक से नहीं हुई है। कुछ वीआईपी रोड की बार-बार मरम्मत हुई है। लेकिन अधिकतर स्थानों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कांटाटोली, बरियातू, जेल मोड़, बहू बाजार, अपर बाजार, आईटीआई समेत अन्य इलाकों की सड़क की हालत दिनोंदिन बदतर होती जा रही है। लेकिन इसे संवारने के लिए कुछ ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बारिश ने बिगाड़ दी सूरत

मानसून की बारिश ने सड़क की सूरत बिगाड़ कर रख दी है। पहले से खराब सड़क ही हालत और ज्यादा बिगड़ गई है। मुख्य सड़कों के साथ गली-मुहल्लों की सड़कों पर भी गढ्डे होने लगे हैं। दर्जनों सड़कों पर बिटुमिनस की परत गायब हो गई है। सड़क सुधारने की जिम्मेवारी पथ निर्माण विभाग, नगर निगम, एनएच और एनएचएआई की है। अलग-अलग सड़कों की मरम्मती इन विभागों द्वारा की जाती है। हर साल सड़क रिपेयरिंग में दस करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। इसी वर्ष जनवरी महीने में रांची के बरियातू रोड, हरमू रोड, अरगोड़ा, कटहल मोड़ रोड, चापू टोली से बीजेपी कार्यालय सहित अन्य मुहल्लों की सड़कों पर हुए गढ्डों को भरने पर 10 करोड़ से अधिक खर्च किए गए। लेकिन आठ महीने बाद ही स्थिति पहले से भी खराब हो चुकी है। सड़क पर चढ़ायी गयी बिटुमिन की परत धुल गई। सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए डस्ट और मैटेरियल डाला गया था, वो भी बह गया है।

चार माह पहले भी नगर निगम ने निकाला था टेंडर

रांची नगर निगम क्षेत्र में 53 वार्ड हैं। नगर निगम एरिया में लगभग 1500 किमी सड़क है। नगर निगम क्षेत्र में भी सड़कों की हालत खराब है। चार महीने पहले ही 50 सड़कों पर बिटुमिन परत चढ़ाने के लिए टेंडर निकाला गया था। लेकिन यह संवेदकों के लिए बनने वाली नीति के पेंच में फंस कर रह गया। दो महीने बाद फिर से सड़क मरम्मती के लिए आदेश जारी किया गया। जिसे पूरा करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था। लेकिन इस आदेश को भी दो महीने बीत चुका है। सड़क की हालत सुधारने में एक इंच काम नहीं हुआ है। नगर निगम की ओर से फिर एक बार 50 सड़क पर बिटुमिन परत चढ़ाने की योजना बनी है। इसके अलावा 30 से अधिक नई सड़कों व नालियों का निर्माण कराएगा। इसके लिए निगम के चीफ इंजीनियर ने टेंडर निकाल दिया है। अगले माह से काम शुरू कराने की तैयारी है। लेकिन अब देखना यह है कि इन सड़कों की मरम्मत कब तक होती है।

दीपाटोली में हुआ बड़ा हादसा

दीपाटोली इलाके में सड़क पर बड़ा गड्ढा होने से यहां हर रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं। सड़क पर गड्ढा होने से जलजमाव हो गया है, जिससे सड़क का गड्ढा दिखाई नहीं देता। शनिवार को इस इलाके में बड़ा सड़क हादसा हुआ। सामने से सेना के जवान का ट्रक आ रहा था, दूसरी ओर से बाइक पर सवार दंपती अपने छोटे बच्चे के साथ आ रहे थे। जलजमाव के कारण गड्ढा नजर नहीं आया और अनबैलेंस्ड होकर बाइक सवार ट्रक के पहिए के समीप ही गिर गया। छोटा बच्चा भी गिर गया। आसपास के लोगों की तत्परता से बच्चे और दंपती को बचाया गया। लेकिन ऐसी घटनाएं हर रोज हो रही हैं। सड़क की मरम्मत आज बहुत जरूरी हो गई है।