-डीसी ने की अपील, रिम्स सहित अन्य अस्पतालों से ठीक होकर निकलने वाले मरीजों का अलग से तैयार होगा डेटा बेस

-कोविड-19 के मद्देनजर उपायुक्त ने की बैठक, रिम्स में बेड की कमी होने पर नए बेड लगाने का निर्देश

रांची : उपायुक्त के गोपनीय शाखा कार्यालय स्थित कक्ष में शुक्रवार को कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर महत्वपूर्ण बैठक हुई। उपायुक्त छवि रंजन ने रिम्स में सिम्प्टोमैटिक मरीजों के लिए बेड कम पड़ने की स्थिति में बेड बढ़ाने को लेकर विचार करने को कहा। साथ ही रिम्स से ठीक होकर निकलने वाले सिम्प्टोमैटिक मरीजों की समुचित काउंसि¨लग एवं प्लाज्मा व ब्लड डोनेशन के लिए प्रेरित करने को कहा। ताकि 28 दिनों के बाद ऐसे लोग खुद ही ब्लड-प्लाज्मा डोनेशन के लिए सेंटर पर पहुंचें।

उपायुक्त ने कहा कि रिम्स अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत की गई है। इसके मद्देनजर ठीक होकर निकलने वाले सिम्प्टोमैटिक मरीजों को प्लाज्मा डोनेशन के लिए प्रेरित करने एवं उन मरीजों की समुचित काउंसि¨लग की जरूरत है ताकि सरकारी दिशा निर्देशों के अनुरूप 28 दिनों के बाद वे खुद प्लाज्मा-ब्लड डोनेशन के लिए रिम्स पहुंचें। इससे किसी की जान बचाई जा सकती है।

उपलब्धता पर करें विचार

उपायुक्त ने रिम्स में नए कोविड वार्ड तैयार करने का विकल्प तलाशने को कहा। साथ ही वार्ड में पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था का प्लान तैयार करने को भी कहा है। सिम्प्टोमैटिक मरीजों के लिए नए कोविड वार्ड तैयार करने में जिला प्रशासन हर संभव मदद करेगा।

लगाएं कैम्प

डीसी ने सिविल सर्जन डॉ। बीबी प्रसाद को निर्देश दिया कि रांची जिलांतर्गत संचालित सभी अस्पताल सरकारी, गैर सरकारी का डेटाबेस तैयार करें। साथ ही ऐसे सभी मरीजों के लिए रांची सदर अस्पताल एवं रिम्स में प्लाज्मा-ब्लड डोनेशन सह स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करें। जहां ठीक हुए सभी मरीजों की एक बार जांच हो पाए और वैसे लोग जो कि ब्लड-प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हों, उनका खून लिया जा सके।

सहयोग करें स्वयंसेवी संगठन

डीसी ने रांची में ब्लड डोनेशन के क्षेत्र में कार्य करने वाले एनजीओ एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को भी हिस्सा लेने की अपील की। सिविल सर्जन को ऐसे सभी एनजीओ के साथ बैठक कर कार्ययोजना तैयार करने एवं इससे संबंधित विस्तृत जानकारी देने को कहा।

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