रांची(ब्यूरो)। इन दिनों साइबर क्राइम डीपफेक के रूप में देखा जा रहा है। इसे लेकर सिर्फ राजधानी रांची ही नहीं, बल्कि पूरा देश परेशान है। सिटी में डीपफेक से जुड़ा हुआ एक मामला सामने आया है। इस घटना में नाबालिग छात्रा का डीपफेक न्यूड वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने की बात सामने आई है। छात्रा के वीडियो को वायरल करने वाले आरोपी को बिहार के मुजफ्फरपुर से रांची पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसकी जानकारी देते हुए सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि गर्ल स्टूडेंट के न्यूड फोटो से एआई की मदद से अश्लील वीडियो बनाता था। फिर उस लड़की को ब्लैकमेल किया करता था। ऐसा वह एक-दो नहीं, बल्कि आठ लड़कियों के साथ कर चुका है। आरोपी ने रांची के एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान की नाबालिग छात्राओं की न्यूड डीपफेक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवक का नाम विवेक है और वह बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का रहने वाला है। संस्थान की कुछ लड़कियां इस मामले को लेकर सिटी एसपी राजकुमार मेहता से भी मिलने पहुंची थीं, जहां लड़कियों ने सारी बातें सिटी एसपी को बताईं। लड़कियां काफी डरी हुई थीं।

डीपफेक ने बढ़ाई चिंता

हाल के दिनों में साइबर क्राइम की संख्या बढ़ गई है। अबतक ठगी के सैकड़ों अलग-अलग तरीके सामने आ चुके हैं। लेकिन इस बार डीपफेक ने सभी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। एआई की मदद से किसी का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर डालने और वायरल करने का नया ट्रेंड चल पड़ा है। कुछ दिनों पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंधाना के साथ भी ऐसी घटना घट चुकी है। अब आम लड़कियां भी निशाने पर हैं। रांची के लालपुर थाना में दर्ज इस प्रकार के मामले को पुलिस ने भी गंभीरता से लिया है। साइबर फ्रॉड को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन ने साइबर थाने बनाए हैं। स्पेशल सेल का भी निर्माण किया है। लेकिन पुलिस अब डीपफेक सेल बनाने की भी योजना बना रही है।

क्या है पूरा मामला

सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि फोटो एडिट कर लड़कियों को परेशान करने वाले युवक पहले शैक्षणिक संस्थान की लड़कियों से दोस्ती करता था, फिर दोस्त की मदद से लड़कियों की तस्वीरें लेता था। ली गई तस्वीरों को एडिट कर न्यूड फोटो-वीडियो बनाता था और इंस्टाग्राम सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में शेयर भी करता था। लालपुर थाना क्षेत्र के एक शैक्षणिक संस्थान की लड़कियों के साथ वह ऐसा कर चुका था। उन्हीं की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। सिटी एसपी ने बताया कि तकनीक का इस्तेमाल कर विवेक ने आठ लड़कियों की फोटो बनाकर उसमें न्यूड वीडियो लगा दिया था। इसे सोशल मीडिया पर साझा भी कर रहा था। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लड़कियों से दोस्ती करता था और फिर उनकी तस्वीरों को डीपफेक वीडियो में बदल देता था।

बन रहा है कड़ा कानून

रांची की यह घटना साधारण नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक की मदद से तैयार होने वाले डीपफेक वीडियो और फोटोज भविष्य में एक बड़ा खतरा बनकर उभर सकता है। इसे देखते हुए सेंट्रल गवर्नमेंट भी गंभीर है। केंद्र सरकार ने ऐसी गलत सामग्री तैयार करने वाले लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी कर ली है। अगर आप बिना इजाजत किसी व्यक्ति का डीपफेक वीडियो या फोटो बनाते हैं तो आपको जेल तक जाना पड़ सकता है। रिपोर्ट की मानें, तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीपफेक वीडियो की पहचान की जाएगी और इसके बाद ऐसे वीडियो को बनाने वालों की भी पहचान होगी।