रांची: यदि आप भी वॉयलेंस की शिकार हैं तो कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। संकट की इस घड़ी में सिर्फ एक कॉल 181 पर कर दीजिए। तुरंत ऑन स्पॉट आपकी हेल्प की जाएगी। जी हां, डायल 181 एक ऐसा नंबर है जो ग‌र्ल्स को छेड़छाड़, गुडांगर्दी करने वालों से मुक्ति दिला सकता है। घरेलू हिंसा रोक सकता है। हर हिंसा से बचने के लिए महिलाओं के पास उनका सबसे बड़ा हाथियार 181 हेल्पलाइन नंबर है। इतना ही नहीं, झारखंड में महिला समाज कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं के लिए महिला हेल्पलाइन सेंटर भी बनाया जा रहा है, जहां महिलाओं से जुड़ी दूसरी समस्याओं का भी तुरंत समाधान होगा। साथ ही एक महिला हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जा रहा है। इसके लिए विभाग द्वारा एक्सपर्ट एजेंसी के सेलेक्शन का काम चल रहा है।

सबके पास है मोबाइल

विभाग के एक अधिकारी ने 181 नंबर जारी करने का उद्देश्य बताया। उन्होंने कहा कि जो भी महिला या लड़की कभी किसी भी परेशानी में अगर फंसती है तो तत्काल इस नंबर पर फोन करे उनको सहयोग मिलेगा। यह नंबर 24 घंटे एक्टिव रहेगा। अधिकतर महिलाओं और लड़कियों के पास मोबाइल है। इसलिए वह कभी भी फोन कर मदद मांग सकती हैं। 24 घंटे काम करने वाले इस हेल्पलाइन सेंटर के माध्यम से राज्य के सभी अलग-अलग जिलों में को-ऑर्डिनेट किया जाएगा और महिलाओं को मदद पहुंचाई जाएगी।

24 घंटे मिलेगा रिस्पांस

कई महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा भी होती है। लेकिन वो उसे किसी से शेयर नहीं कर पाती है। खासकर रूरल एरिया की महिलाएं जो ना पुलिस स्टेशन जा पाती हैं ना लोगों को अपनी समस्या बता सकती हैं, उनके लिए 181 नंबर बेहतर साबित होगा। महिला हेल्पलाइन का संचालन करने के लिए जिस एजेंसी का चयन किया जाएगा, उसके लोग 24 घंटे 181 नंबर पर रिस्पांस देंगे। महिलाओं की जो भी शिकायतें आएंगी उसको वे लिख कर रखेंगे। वहीं, संबंधित पदाधिकारियों के साथ को-ऑर्डिनेट करेंगे।

प्रचार-प्रसार किया जाएगा

विभाग के अधिकारियों की मानें तो जन जागरुकता के लिए स्थानीय लेवल पर प्रशासन के साथ समाजसेवी संगठन, स्कूल-कॉलेज, यूनिवर्सिटी सभी को एकमत होकर काम करने की जरूरत होगी। एक रणनीति के तहत स्कूल-कॉलेज की गर्ल स्टूडेंट्स, शहर की महिलाओं को 181 हेल्पलाइन नंबर के प्रति जागरूक किया जाएगा। इससे होने वाले फायदे से अवगत कराया जाएगा।