RANCHI: प्रतिमा विसर्जन के बाद सिटी के बड़ा तालाब, अरगोड़ा तालाब, करमटोली तालाब समेत तमाम जलाशयों का बुरा हाल है। प्रतिमा के अवशेष, पूजन सामग्री से पूरा तालाब अटा पड़ा है। लेकिन, सिर्फ बड़ा तालाब की साफ-सफाई सोमवार को शुरू हो गई, जबकि अन्य तालाबों में यूं ही गंदगी भरी पड़ी है। गौरतलब हो कि पिछले दिनों दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन विभिन्न तालाबों में किया गया।

नगर निगम के आदेश की अनदेखी

रांची नगर निगम ने मूर्ति विसर्जन को लेकर कई निर्देश दिए थे। इसमें मूर्ति विसर्जन प्वाइंट चिन्हित किए गए थे। वहीं, मूर्ति में इस्तेमाल कृत्रिम आभूषण, वस्त्र, फू ल-माला आदि सभी को विसर्जन प्वॉइंट पर प्रतिनियुक्त सुपरवाइजर एवं कर्मियों को देना, निगम के संबंधित मल्टीपरपस सुपरवाइजर को तालाबों के निकट रहकर मूर्तियों में उपयोग किये गये बायोडीग्रेडेबल एवं नन-बॉयोडीग्रेडेबल को अलग-अलग प्राप्त कराने का निर्देश दिया गया था। साथ ही निगम द्वारा सभी जलाशयों के चिह्नित स्थलों पर बांस एवं लाल फ ता से घेराबंदी कर मूर्ति विसर्जन प्वाइंट बनाने की बात कही गई थी। पूजा पंडाल से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि इस दौरान मुख्य तालाबों में से एक बड़ा तालाब में निगम का कोई भी सुपरवाइजर और कर्मी उपस्थित नहीं था, हालांकि, इस दौरान एनडीआरएफ की टीम मौजूद थी।

तालाबों में तैर रहे अवशेष

विसर्जन के बाद निगम के अधिकार क्षेत्रवाले विभिन्न तालाबों की स्थिति खराब है। पूजा पंडाल से जुड़े लोगों ने निगम के निर्देशों की पूरी तरह से अवहेलना की है। बड़ा तालाब, अरगोड़ा तालाब, करमटोकली तालाब आदि में मूर्तियों में उपयोग किये गये रंग, फू ल, कृत्रिम आभूषण बहाये गये। बड़ा तालाब को साफ किया गया, बाकी तालाबों को उसी हाल में छोड़ दिया गया है। विसर्जन के 2 दिन बाद भी अब तक तालाब में विसर्जित मूर्तियां यूं ही पड़ी हैं और तालाब के आसपास गंदगी का ढेर लगा है। मूर्ति विसर्जन के बाद तालाब की सफाई की सुध लेने अब तक कोई नहीं आया है।