रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है। टेम्प्रेचर 41 डिग्री के करीब पहुंच गया है। प्रचंड गर्मी में गला बार-बार सूख रहा है। ऐसे में पानी सबसे ज्यादा जरूरी है। लेकिन राजधानी के कुछ इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई होने से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। गर्मी के पहले ही घरों की बोरिंग सूख गई है। सप्लाई और नगर निगम से आने वाले वाटर टैंकर पर ही लोग आश्रित हैं। लेकिन टैंकर से समय पर पानी नहीं पहुंचाया जा रहा है और सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है। मधुकम, इंद्रपुरी, कटहल मोड़, गोंदा, देवी मंडप इलाके में गंदे पानी की सप्लाई होने से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। सुबह जब लोगों ने नल खोला तो उससे गंदा और बदबूदार पानी आने लगा। यहां तक की पानी में कीड़ा भी तैरता दिखा। मधुकम में एक सरकारी नल से पानी भर रहे कुछ लोगों ने पानी में कीड़ा दिखाते हुए कहा कि हर दिन ऐसा ही पानी सप्लाई हो रहा है। जिस स्थान से पानी की पाइपलाइन गुजरी है, उसी जगह पर नगर निगम ने नाला बना दिया है। इसी कारण पाइपलाइन में लिकेज होने से गंदा पानी पाइप से होकर घरों में आ जाता है।
बीमार पड़ रहे लोग
पानी की इतनी ज्यादा किल्लत है कि गरीब तबके के लोग इसी गंदे पानी को पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। मधुकम की रहने वाले सुलेखा देवी ने बताया पाइपलाइन बिछाई गई है। लेकिन घरों तक कनेक्शन नहीं आया है। रोड में प्वाइंट लगा दिया गया है, जिससे मोहल्ले के लोग पानी भरते हैं। बीते कुछ दिनों से लगातार गंदा पानी आ रहा है, जिसे पीकर कुछ लोग बीमार भी पड़ गए हैं। हालांकि, सप्लाई के पानी को लोग उबाल कर प्रयोग कर रहे हैं फिर भी लोग चपेट में आ रहे हैं। वहीं, सप्लाई नल माध्यम से गंदा पानी लोगों के घरों में भी पहुंच रहा है। मजबूरन लोग इधर-उधर से पानी के जुगाड़ में दौड़ रहे हैं। पीने के लिए खरीद कर पानी प्रयोग किया जा रहा है।
पानी पर भी टैक्स लेता है निगम
रांची नगर निगम पानी पर भी टैक्स लेता है। होल्डिंग टैक्स के अलावा पानी का शुल्क निगम अलग से लेता है। जिन घरों में पानी का कनेक्शन लिया गया है। वहां एक वाटर मीटर भी लगाया गया है। इसी मीटर की रीडिंग के आधार पर नगर निगम जोड़कर वाटर यूजर चार्ज लेता है। हालांकि, बीते कुछ महीने से कलेक्शन बंद है। नगर निगम आम लोगों से अलग-अलग टैक्स की वसूली करता है लेकिन उस अनुसार सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती। देवी मंडप में रहने वाले रतन श्रीवास्तव ने बताया कि कई बार गंदे पानी की शिकायत नगर निगम के जल बोर्ड को की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
लोगों ने बताई परेशानी
कई दिनों से गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। इसी पानी को भरकर इसे छानकर और उबालकर पीने योग्य बनाते हैं फिर इस्तेमाल किया जाता है।
- सोनम कुमारी

गंदा और बदबूदार पानी की सप्लाई होती है। लोकल पार्षद को भी दिखाया गया, फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ। लिकेज बना देने से गंदे पानी की समस्या खत्म हो जाएगी।
- रुही

बोतल में भरकर कई बार वार्ड पार्षद को गंदा पानी दिखाया है। यहां तक कि जल बोर्ड के कर्मचारी को भी स्थिति से अवगत कराया। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। हर दो-तीन दिन बाद पानी गंदा आ जाता है।
- रतन श्रीवास्तव