रांची : राज्य में दस या इससे अधिक वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थापित चिकित्सकों का तबादला होगा। हालांकि तबादले के लिए उनसे विकल्प लिया जाएगा कि वे कहां पदस्थापित होना चाहते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों से ऐसे चिकित्सकों की सूची उनके मंतव्य के साथ मांगी है। विभाग ने इसके साथ ही सिविल सर्जनों से उनके जिले में पदस्थापित अन्य चिकित्सकों के भी संबंध में 26 ¨बदुओं पर रिपोर्ट तलब की है। चिकित्सक कब और कहां पदस्थापित रहे हैं, उनकी कार्य प्रणाली, उन पर लगे आरोप आदि को इस रिपोर्ट में समाहित करने को कहा है। सोमवार को इस मामले की समीक्षा होगी।

अबसेंट की भी जानकारी

इधर, स्वास्थ्य विभाग ने अनधिकृत रूप से अनुपस्थित चिकित्सकों की भी जानकारी सिविल सर्जनों से मांगी है। ऐसे चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव भी मांगा है। बताते चलें कि राज्य में चिकित्सकों की अनधिकृत रूप से अनुपस्थिति बड़ी समस्या रही है। चिकित्सक महीनों अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं। नवनियुक्त चिकित्सकों के योगदान देने की स्थिति को लेकर भी जानकारी मांगी गई है।

नवनिर्मित स्वास्थ्य केंद्रों में पदसृजन

स्वास्थ्य विभाग ने नवनिर्मित स्वास्थ्य केंद्रों में भी चिकित्सकों के पद सृजन करने का निर्णय लिया है ताकि चिकित्सकों की नियुक्ति कर केंद्रों का संचालन शुरू किया जा सके। सोमवार को होनेवाली बैठक में भी इसपरे चर्चा होगी। सभी सिविल सर्जनों को इसे लेकर भी प्रस्ताव देने को कहा गया है। सभी सिविल सर्जनों से 188 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों की रिक्ति की भी जानकारी मांगी है, ताकि उन पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई की जा सके।

शुरू होंगे फार्मेसी कॉलेज

राज्य सरकार ने पांचों प्रमंडलों में एक-एक फार्मेसी कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। नए भवन के निर्माण होने तक इनका संचालन पुराने भवनों में करने की तैयारी है। इसके लिए सिविल सर्जनों से खाली पड़े बेकार भवनों की सूची कक्षवार क्षेत्रफल के साथ तलब की गई है ताकि उनमें फार्मेसी कॉलेज प्रारंभ किया जा सके। सोमवार को इसकी भी समीक्षा होगी।