रांची: कोरोना संक्रमण की वजह से एक बार फिर से ड्राइविंग लाइसेंस का काम बंद है। बीते दो महीने से लगातार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में हो रही बढ़ोतरी के कारण डीटीओ ऑफिस के सभी काम बंद पडे़ हैं। पहले जिन्होंने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है उनके अप्लीकेशन पेंडिंग हैं। वहीं नए आवेदक भी डीटीओ ऑफिस खुलने का इंतजार कर रहे हैं। डीटीओ ऑफिस बंद रहने से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जो व्यक्ति अपना लाइसेंस बनवाना चाहता है या जिन्हें लाइसेंस की ज्यादा जरूरत है वे भी अपना काम नहीं करा पा रहे हैं। हर दिन आठ से दस लोग डीटीओ ऑफिस के चक्कर जरूर लगा रहे हैं। लेकिन ऑफिस बंद होने के कारण वे लौट जाते हैं। ऑफिस में कोई बताने वाला भी नहीं कि काम कब से शुरू होगा।

2020 में भी काम प्रभावित

कोरोना संक्रमण के पहले वेव यानी 2020 में भी डीएल का काम काफी प्रभावित हुआ था। 2020 में 23 मार्च से डीटीओ ऑफिस का काम बंद रहा, जो लगभग सात महीने बाद 16 अक्टूबर से फिर एक बार शुरू हुआ। इस साल अप्रैल महीने में कोरोना की दूसरी लहर के कारण ऑफिस बंद करना पड़ा, जो अब तक बंद है। यही कारण है कि लगभग डेढ़ साल से डीएल का काम ठीक से नहीं हो पाया है। हालांकि अक्टूबर में जब काम शुरू हुआ उस वक्त काम में काफी तेजी देखने को मिली। पेंडिंग सभी आवेदन पर काम शुरू हुआ, लेकिन फिर भी कोरोना की दूसरी लहर में लगभग 3500 आवेदन पेंडिंग रह गए।

लोग कर रहे इंतजार

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोग परेशान हैं। सड़कों पर आवागमन शुरू हो चुका है। पुलिस भी चेकिंग अभियान चला रही है। ऐसे में बिना लाइसेंस वाले लोगों को फाइन का खतरा बना रहता है, जिस कारण लोग अपना लाइसेंस बनवाने के लिए ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं। विभाग की ओर से कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से आम लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं, लॉकडाउन में टेस्टिंग नहीं होने की वजह से भी लोगों का लाइसेंस नहीं बन पा रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही लाइसेंस का काम शुरू हो जाएगा। लेकिन काम शुरू होने के बाद फिर एक बार प्रेशर बढे़गा। लगभग 3500 लाइसेंस पहले से लंबित हैं। वहीं, ऑफिस खुलते ही सैकड़ों आवेदन आने लगेंगे।

लॉकडाउन से पहले 115919 लाइसेंस जारी

कोरोना की दूसरी लहर से पहले डीटीओ ऑफिस में काफी तेजी से काम हो रहा था। नवंबर से मार्च महीने के बीच लगभग 15919 स्थायी लाइसेंस जारी किए गए, जबकि लगभग 13197 लर्निग लाइसेंस बनाए गए। हालांकि जिनका लर्निग लाइसेंस बना है उनका भी एक महीने का वक्त खत्म हो चुका है। वे भी अब स्थायी लाइसेंस के लिए इंतजार कर रहे हैं। लेकिन टेस्ट नहीं होने के कारण न तो लर्निग लाइसेंस बन रहा है और न ही स्थायी। कोविड गाइडलाइंस के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान सिटी में कहीं भी पांच से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। यही कारण है कि ग्राउंड में ड्राइविंग टेस्ट नहीं हो पा रही है।

क्या कहते हैं आवेदक

फरवरी में मेरा लर्निग लाइसेंस बना था। अप्रैल में मुझे स्थायी के लिए अप्लाई करना था। लेकिन लॉकडाउन के कारण ऑफिस बंद हो गया और मैं आवेदन नहीं कर सका। अब जून भी खत्म होने वाला है, पता नहीं मेरा लाइसेंस कब बनेगा।

-राज

मैं स्टडी के लिए बाहर रहता हूं। मुझे रांची से ही डीएल बनाने को कहा गया है। पिछले साल से ट्राई कर रहा हूं। कभी कोरोना तो कभी दूसरी वजह से लाइसेंस नहीं बन पा रहा है।

- सुरेंद्र साव

मुझे नया लाइसेंस बनवाना है। कई बार ऑफिस गया लेकिन वहां कोई नहीं मिला। एक सिपाही थे उन्होंने भी कुछ नहीं बताया। बस यही कहते हैं अभी काम बंद है जब शुरू होगा तब आना। लेकिन शुरू कब होगा, यह कोई नहीं बताता।

- अभिमन्यु सिंह

विभाग के साथ मीटिंग होनी है। जल्द ही काम शुरू होगा। फिलहाल लॉकडाउन के कारण टेस्टिंग वर्क नहीं हो पा रहा है।

- प्रवीण कुमार प्रकाश, डीटीओ, रांची

टेस्ट के लिए अब घर बैठे ही करें अप्लाई

लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। जल्द ही आप लर्निग लाइसेंस का टेस्ट घर बैठे भी दे सकेंगे। इस दिशा में तैयारी शुरू हो चुकी है। जुलाई से नई व्यवस्था लागू करने का प्रयास है। नई प्रक्रिया में आप घर बैठे ही लर्निग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकेंगे। ऑफिस लेवल पर आवेदन और सभी डॉक्यूमेंट्स की स्क्रूटनी की जाएगी। सेलेक्ट किए गए आवेदक को ड्राइविंग टेस्ट के लिए एक लिंक दिया जाएगा, जिसमें ट्रैफिक संबंधि कुछ सवाल होंगे। सवालों का सही जवाब देने पर लर्निग लाइसेंस जेनरेट हो जाएगा।