RANCHI : नक्सलियों को कुछ स्थानीय नेता मदद पहुंचाते हैं। शुक्रवार को गिरफ्तार माओवादियों के जोनल कमांडर कंचन यादव के इस खुलासे ने दुमका पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस को उसने बताया कि उसे दुमका में संगठन को मजबूत करने का जिम्मा सौंपा गया था। दस्ते में ऐसे कई सदस्य हैं, जो दुमका के विभिन्न इलाकों में लेवी वसूली का काम कर रहे हैं। दस्ते में शामिल सभी नक्सलियों के पास आधुनिक हथियार हैं।

ऐसे हुई थी गिरफ्तारी

दुमका पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दर्जनों कांडों का वांटेड माओवादी कंचन यादव अपने दस्ते के साथ मसलिया में मौजूद है। ऐसे में एसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर एक टीम बनाई गई। इस टीम ने शुक्रवार की रात मसलिया में छापेमारी कर कंचन यादव उर्फ अवध किशोर यादव समेत तीन नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। इन नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में डेटोनेटर, जिलेटिन, दवा, 35 हजार रूपए नगद समेत अन्य सामान बरामद किया है।

नक्सली दस्ते का था थिंक टैंक

पुलिस को हार्डकोर नक्सली कंचन यादव की लंबे समय से तलाश थी। दर्जनों वारदातों को अंजाम देने वाले इस जोनल कमांडर पर सरकार ने दस लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। कंचन माओवादियों के दस्ते का थिंक टैंक था। वारदातों को अंजाम देने की रणनीति तैयार करने की उसकी जिम्मेदारी थी।

ठेकेदार का रेता था गला

दुमका एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि 2015 में एक ठेकेदार की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उस मामले में माओवादी कंचन यादव की संलिप्तता सामने आई थी। उसे पकड़ने के लिए पुलिस कई महीनों से जाल बिछाई हुई थी। उसकी गतिविधियों की जानकारी हासिल की जा रही थी। आखिरकार शुक्रवार को उसे दबोचने में पुलिस को सफलता मिल गई।