- तीन महीने में सिर्फ 67 करोड़ कलेक्शन

- लॉकडाउन के दौरान घट कर आधे से भी कम पर पहुंच गया था कलेक्शन

- धीरे-धीरे हो रहा स्थिति में सुधार

रांची: मार्च महीने से ही लॉकडान के कारण इलेक्ट्रिसिटी बिल के कलेक्शन में भारी गिरावट आई है। यह गिरावट अप्रैल, और मई महीने में भी जारी रहा। जून में थोड़ी सुधार जरूर हुई, लेकिन यह भी काफी नहीं थी। अधीक्षण अभियंता के अनुसार हर महीने लगभग 60 से 70 करोड़ रुपए का रेवेन्यू रांची मंडल से बिजली बिल के रूप में प्राप्त होता है। लेकिन, जून में सिर्फ 47 करोड़ रुपए ही कलेक्ट हुए। डिपार्टमेंट की ओर से बार-बार आम लोगों एवं बडे़ बकायेदारों से अपील की जा रही है कि समय पर बिजली बिल का भुगतान कर दें। दूसरी ओर, कोरोना संक्रमण की वजह से अब भी लोग ज्यादातर घरों में रहना ही सुरक्षित मान रहे हैं। हालांकि, बिजली विभाग की ओर से ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा दी गई लेकिन अब भी ऐसे हजारों लोग हैं, जो ऑनलाइल तकनीक को ठीक से नहीं समझते। यही कारण है कि कलेक्शन में बढ़ोतरी नहीं हो रही है।

मार्च, अप्रैल और मई में कम हुआ कलेक्शन

मार्च, अप्रैल और मई महीने में बिजली ऑफिस के रांची मंडल का कलेक्शन सिर्फ 67 करोड़ था। इतना अमूमन एक महीने का कलेक्शन होता है। लेकिन आपदा काल में इसमें भारी गिरावट हुई। डिपार्टमेंट की ओर से लोगों पर किसी तरह का कोई प्रेशर नहीं डाला गया। जून और जुलाई महीने में जब थोड़ी ढील मिली, तो बिजली बिल के कलेक्शन में भी सुधार आया। जून महीने में 47 करोड़ कलेक्शन हुआ। अब भी सामान्य महीने की तुलना में 15 करोड़ कम की प्राप्ति हो रही है। जुलाई के कलेक्शन की गणना 31 जुलाई को होगी। डिपार्टमेंट को उम्मीद है इस बार हालात सुधारेंगे।

बडे़ बकायेदारों से बार-बार अपील

विभाग की ओर से बडे़ बकायेदार जैसे होटल, मॉल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल, जिनका बिजली का बिल लाखों रुपए का होता है, ऐसे बकायेदारों से बार-बार विभाग पेमेंट करने की अपील कर रहा है। ऐसे ही बडे़ बकायेदार मोबाइल टावर संचालकों को नोटिस भी भेजा जा चुका है। रांची में चार सौ मोबाइल टावर लगे हैं। जिसे चार अलग-अलग कंपनियां आपॅरेट करती हैं। इन कंपनियों के पास विभाग का एक करोड़ से भी ज्यादा बकाया है। इन्हें एक हफ्ते का समय दिया गया है। यदि समय पर पेमेंट नहीं आया, तो कनेक्शन भी काटा जा सकता है। विभाग की ओर से बड़े बकायेदारों को किश्तों में राशि जमा करने की भी सुविधा दी गई है।

डिजीटल माध्यम से हो रही सुनवाई

इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट रांची प्रमंडल की ओर से बिजली में होने वाली प्रॉब्लम को दूर करने के लिए डिजीटल माध्यम को चुना गया है। विभाग की ओर से वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमे सभी एई, जेई जुडे़ हैं। कहीं से भी बिजली से संबंधित फॉल्ट की जानकारी मिलती है, तो डिर्पाटमेंट की ओर से काफी कम समय में उसे ठीक करने का पूरा प्रयास होता है। पूरी प्रक्रिया अधीक्षण अभियंता पीके श्रीवास्तव की देख-रेख में संपन्न हो रही है। 12 जुलाई से 28 जुलाई तक कुल 557 कम्पलेन दर्ज हुए हैं। इसमें लगभग 230 कम्पलेन बिजली बाधित रहने के आए थे। उसे दो से तीन घंटे में सॉल्व कर दिया गया। 50 ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायत आई थी। इसे दो से तीन दिन में रिप्लेस कर दिया गया। इसके अलावा दो सौ मामले बिजली बिल में गड़बडी से संबंधित आये थे। इसमें लगभग 120 मामलों का निष्पादन हो चुका है। पीके श्रीवास्तव ने बताया कि कोई भी नागरिक 9431135682 में वाट्सएप कर सकते हैं।

सभी बकायेदारों से बार-बार अपील की जा रही है। समय से पेमेंट का भुगतान करने को कहा जा रहा है। पांच महीने से कलेक्शन में काफी गिरावट आई है। फिर भी विभाग ने अपने काम में गिरावट नहीं आने दिया। वाट्सएप के माध्यम से लोगों की बिजली से संबंधित समस्या को दूर किया जा रहा है। यह एक नया प्रयास है। इसमे रिस्पांस भी अच्छा आ रहा है। लोगों की समस्याएं भी दूर हो रही हैं।

पीके श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता