रांची: रातू रोड को एलिवेटेड रोड बनाने की पहल इसी महीने से शुरू हो सकती है। रोड के टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सबकुछ ठीक रहा तो इसी महीने के अंत तक रोड का टेंडर फाइनल कर दिया जाएगा। इसके बाद रातू रोड को चौड़ीकरण करने की दिशा में काम शुरू हो जाएगा। इस दिशा में तेजी से कमा चल रहा है। जल्द से जल्द प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी चल रही है। एलिवेटेड रोड बनाने वाली एजेंसी एनएचएआई की ओर से इसके लिए जिला प्रशासन को कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही रोड निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी करने को कहा गया है। गौरतलब हो की एलिवेटेड रोड के लिए 135 डिसमिल निजी जमीन की जरूरत है। इसके अधिग्रहण की जिम्मेवारी जिला प्रशासन को सौंपी गई है।

चार सौ करोड़ की लागत

रातू रोड को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पहले यहां फ्लाई ओवर बनाने की योजना बनी थी। लेकिन, जमीन की समस्या के कारण रातू रोड में एलिवेटेड रोड निर्माण की सहमती बनी। नए सिरे से इसकी योजना तैयार की गई। एनएचएआई ने एलिवेटेड रोड के लिए चार सौ करोड़ रुपए की योजना तैयार की है। नए डिजाइन में रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर फोरलेन की प्लानिंग है। इसका निर्माण कचहरी से रातू रोड चौराहा होते हुए पिस्का मोड़ के आगे सर्ड ऑफिस तक किया जाएगा। लगभग तीन किमी के इस कॉरिडोर का हिस्सा पिस्का मोड़ से इटकी रोड की तरफ और दूसरा हिस्सा पिस्का मोड़ से पंडरा की तरफ मिलाया जाएगा।

कई बार बनी योजना

रातू रोड को जाम मुक्त बनाने के लिए बीते दस सालों से योजना तैयार हो रही है। कभी फ्लाईओवर तो कभी एलिवेटेड रोड बनाने पर विचार किया जाता रहा। जमीन की समस्या को देखते हुए 2017 में रातू रोड में थ्री लेन एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया गया था। बाद में इसमें संशोधन कर फोर लेन कर दिया गया। इसका डीपीआर भी तैयार हुआ लेकिन अलग-अलग कारणों से यह ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। एलिवेटेड रोड के लिए सरकार के पास करीब 90 प्रतिशत जमीन उपलब्ध है। बावजूद इसके अब तक योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है।

जाम से परेशान रहते हैं लोग

एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से रातू रोड इलाके के लिए लाखों लोगों को काफी फायदा होगा। रोजाना हजारों गाडि़यां इस रास्ते से गुजरती हैं। शहर का यह व्यस्ततम क्षेत्र भी है। लोहरदगा, गुमला से आने या जाने वाले लोग भी इसी सड़क का प्रयोग करते हैं। रातू रोड से पंडरा तक लाखों की आबादी निवास करती है। पिस्का मोड़ से लेकर कचहरी तक लोग ट्रैफिक जाम की समस्या से हर रोज परेशान रहते हैं। रातू रोड से कचहरी चौक तक करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी को तय करने में आधे घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है। रातू रोड की चौड़ाई पहले से ही कम है, उसपर भी लोग बेतरतीब ढंग से अपने वाहनों की पार्किंग कर देते हैं। इसके अलावा फुटपाथ दुकानदार द्वारा सड़क पर ही दुकान लगाने से भी जाम की स्थिति बन जाती है। एलिवेटेड रोड के निर्माण से बड़ी आबादी राहत की सांस लेगी। लोगों को जाम में फंसने से मुक्ति भी मिल जाएगी।