रांची: कोविड 19 के कारण बीते 15 महीने से बंद पड़े सिटी के पार्क और वाटर फॉल खोल दिए गए हैं। वाटर फॉल में परमिशन मिलते ही सैलानियों का आना शुरू हो गया है। फॉल के साथ-साथ पार्क में भी रौनक लौटने लगी है। लंबे समय से बंद रहने की वजह से आउटिंग का प्लान करने वाले लोग भी मायूस थे। लेकिन संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोग घर पर ही फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम एक्सपेंड कर रहे थे। अब एंटरटनेमेंट अनलॉक कर दिया गया है, तो टूरिस्ट्स भी फॉल और पार्क में नजर आने लगे हैं। सिर्फ रांची और झारखंड ही नहीं, बल्कि झारखंड के बाहर जैसे ओडि़शा, बिहार और छत्तीसगढ़ के सैलानी भी यहां आने लगे हैं।

खूबसूरत छटा बिखेर रहे फॉल

सिटी से लगभग 20 से 30 किमी की दूरी में स्थित जोन्हा, दशम, हूंडरू वाटर फाल में इन दिनों ज्यादा भीड़ देखी जा रही है। मानसून की वजह से इन फाल की खूबसूरती देखते बनती है। सैलानी अपने फ्रेंड्स और फैमिली के साथ पानी में खूब मस्ती कर रहे हैं। दशम फॉल में तैनात सुपरवाइजर ने बताया कि हर दिन लगभग सौ टूरिस्ट्स आने लगे हैं। वाटर फॉल के खुलने से पर्यटकों में खुशी है। टूरिस्ट्स के साथ यहां के फॉल में काम करने वाले सफाई कर्मी से लेकर सुरक्षा गार्ड, होटल संचालक एवं आसपास के लोगों को भी फॉल के खुलने का बेशब्री से इंतजार था। फॉल के आसपास रहने वाले लोगों के लिए यह आमदनी का जरिया है।

पार्क भी होने लगे गुलजार

सिर्फ फॉल ही नहीं, पार्क भी पर्यटकों से गुलजार होने लगे हैं। युवा जिन्हें पार्क के खुलने का काफी इंतजार था, वे अब इन पार्को में अपने दोस्तों के साथ घूमने आ रहे हैं। सिदो कान्हू पार्क, मछली घर, रॉक गार्डेन, ऑक्सीजन पार्क समेत अन्य पार्को में लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है। वहीं काफी समय से बंद होने की वजह से पार्क की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। रखरखाव नहीं होने की वजह से बच्चों के मनोरंजन के साधन खराब हो गए हैं। कहीं फाउंटेन नहीं चल रहा तो कहीं के झूले टूट गए हैं। हालांकि नगर निगम और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट इसकी मरम्मती में जुट गया है। पार्को में उग आए जंगली पौधे भी हटाए जा रहे हैं। वहीं शर्तो के साथ ओरमांझी स्थित बिरसा मुंडा जैविक उद्यान भी खोल दिया गया है। यहां भी हर दिन काफी लोग घूमने आ रहे हैं। लेकिन पार्क में लागू किए गए कोविड नियमों की वजह से कई लोगों को बिना पार्क घूमे ही वापस लौटना पड़ रहा है।

काफी समय से सबकुछ अनलॉक होने का इंतजार कर रहे थे। लास्ट ईयर ही हमलोगों ने प्लानिंग की थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण कहीं जा नहीं सके।

- देवेंद्र

बहुत अच्छा लग रहा है। अब सबकुछ खोल दिया गया है। मैं छत्तीसगढ़ से आई हूं। कुछ दिन रह कर झारखंड के सभी फॉल घूमने का इरादा है।

- नम्रता