रांची (ब्यूरो) । होली ट्रिनिटि चर्च, कडरू पेरिश में बड़े उत्साह के साथ पाल्म संडे यानी खजूर रविवार का पर्व मनाया गया। सुबह 7.30 बजे खजूर की डालियों के साथ चर्च होते हुए शोभायात्रा सह चर्च परिक्रमा करते हुए विश्वासियों ने आराधनालय में प्रवेश किया। इसकी अगुवाई पादरी सिकन्दर नाग, पादरी सैमुएल नाग एवं पादरी केएम फिलिप ने की। आराधनालय में प्रवेश के पश्चात् खजूर की पत्ती से निर्मित क्रूस का चिन्ह सभी लोगों के बीच वितारित किया गया।

प्रभु का स्वागत

प्रभुभोज की विधि का अनुष्ठान पादरी सिकन्दर नाग के द्वारा किया गया एवं उपदेशक पादरी सैमुएल नाग थे जिन्होंने अपने सन्देश में कहा कि आज ही के दिन यीशु ने गदहे पर सवार होकर येरुशलम में प्रवेश किया था। लोग रास्ते भर हाथ में खजूर की डाली और कपड़े लेकर होशन्ना कहते हुए उनका स्वागत कर रहे थे। यीशु जानते थे कि यह उनके दुख भोग का प्रारंभ है एवं जल्द ही मनुष्यों के उद्धार के निमित उन्हें क्रूस की मृत्यु प्राप्त होगी। फिर भी परमेश्वर की आज्ञा को मान उन्होंने इस विपत्ति को अपने उपर लिया और जगत का उद्धार किया। आज हमें उनके त्याग को याद करना है और उनके बताये रास्ते पर चलना है। उन्होंने अहिंसा का रास्ता अपनाया। हमें भी दयालु और प्रेमी बनकर उनके रास्ते पर चलने का संकल्प लेना है।

ये शामिल हुए

आज की आराधना सह खजूर पर्व की तैयारी में महिला समिति, युवा संघ, प्रभुवार पाठशाला के ब'चों सहित सचिव प्रवीण निर्की कोषाध्यक्ष अहीरण कुजूर, मनोज तिग्गा, डॉ अनुज कुमार तिग्गा, तुरतन केरकेट्टा, जसमीना टोप्पो, कॅथरीन तिर्की एवं पेरिश के सभी सदस्यों एंव पंचों का सहयोग प्राप्त हु। इस हेतु पेरिश पुरोहित पादरी सिकन्दर नाग ने सभी को धन्यवाद दिया।