RANCHI: हर तीसरे दिन राज्य का एक थानाप्रभारी काम में लापरवाही बरतने के मामले में सस्पेंड किया जा रहा है। वरीय पुलिस अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरतने वाले कई थाना प्रभारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। आंकड़ों को देखें तो हर महीने औसतन 7 थाना प्रभारी सस्पेंड हो रहे हैं। वहीं पिछले तीन माह में 21 थाना प्रभारी सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंड होने वाले इन थाना प्रभारियों में जमशेदपुर के 4, हजारीबाग 3, लातेहार 2, सरायकेला 1, रांची 1, धनबाद 2, पाकुड़ 1, गढ़वा 1, कोडरमा 1, गिरिडीह 1, चतरा 1, दुमका 2 और रामगढ़ से 1 शामिल हैं।

3 माह में 21 थाना प्रभारियों पर गिरी गाज

26 जून: सोशल मीडिया पर घूस लेते वीडियो वायरल होने के बाद जमशेदपुर एसएसपी ने 26 जून को गुड़ाबांधा थाना प्रभारी को निलंबित किया था।

16 जून: रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने पतरातू थाना प्रभारी अजीत कुमार भारती, प्रशिक्षु दारोगा मुराद हसन व दो सिपाहियों को गलत तरीके से छापेमारी कर गिरफ्तारी के आरोप में सस्पेंड किया था। पतरातू सर्किल इंस्पेक्टर विपिन कुमार से भी शो-कॉज किया गया था।

03 जून: सरायकेला के राजनगर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह पर अनुशासनहीनता बरतने के आरोप को लेकर बीते 3 जून को जिले के एसपी ने निलबिंत किया था।

-लकड़ी तस्करी के लगे आरोप के बाद बीते 3 जून को लातेहार एसपी प्रशांत आनंद ने नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी को निलंबित कर दिया था।

-लातेहार जिले के बालूमाथ एसडीपीओ रणवीर सिंह और थाना प्रभारी राजेश मंडल पर अवैध तरीके से कोयला तस्करी का आरोप लगा था। एसपी प्रशांत आनंद की जांच में इसकी पुष्टि होने के बाद इनपर कार्रवाई की गयी। एसडीपीओ रणवीर सिंह को लातेहार मुख्यालय में रहने का आदेश जारी किया गया।

01 जून: गढ़वा एसपी एस श्रीकांत एस खोटरे ने एक जून को बरडीहा थाना प्रभारी बलिराम सिंह को निलंबित किया था। श्री सिंह पर अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को रिश्वत लेकर छोडऩे का आरोप था।

26 मई: हजारीबाग एसपी कार्तिक एस ने बड़कागांव थाना प्रभारी स्वपन कुमार महतो सहित दो प्रशिक्षु दारोगाओं अभिषेक कुमार सिंह व शिवदयाल सिंह को सस्पेंड किया था। इनपर सरकारी गवाह नहीं बनने पर प्रशिक्षु इंजीनियर आनंद वर्मा पर थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का आरोप था। वहीं इंस्पेक्टर गणेश कुमार को शो कॉज नोटिस किया गया था।

-हजारीबाग एसपी ने चुरचू थाना प्रभारी तरुण बाखला को निलंबित किया था। उनपर कोयला गाड़ी को निकालने, कोयला बेचने और ग्रामीणों को धमकाने का आरोप लगा था।

23 मई: चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा ने लावालौंग थाना प्रभारी श्रीराम राम एवं पीएसआई शशिकांत साहू को निलंबित कर दिया था। इनपर लावालौंग में अफीम बरामद करने में मिली राशि में हेराफेरी का आरोप था।

17 मई: बोकारो डीआईजी प्रभात कुमार के आदेश के बाद निरसा थाना प्रभारी उमेश कुमार सिंह को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था। इनपर ईसीएल कर्मी चिरंजीत घोष को गांजा कारोबारी बताकर जेल भेजने का आरोप था।

11 मई: दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने सरैयाहाट थाना प्रभारी संजय जनक मूर्ति को निलंबित किया। इनपर सरकारी निर्देशों का पालन नहीं करने और क्वारेंटाइन सेंटर में कोरोना संक्त्रमितों से लोगों को मिलने देने जैसी लापरवाही का आरोप लगा था।

04 मई: दुमका गोपीकांदर थाना प्रभारी सुरेश पासवान को एसपी अंबर लकड़ा ने निलंबित कर दिया। इनपर क्षेत्र के लोगों पर लगातार अभद्र व्यवहार का आरोप था।

28 अप्रैल: दुमका के तत्कालीन डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने पाकुड़ नगर थाना प्रभारी रामचंद्र सिंह को निलंबित कर दिया था। इनपर डरा-धमकाकर काम करने का आरोप लगाया था।

-कोडरमा के तत्कालीन एसपी डॉ एम तमिलवाणन ने जयनगर थाना प्रभारी सोनी प्रताप को निलबिंत किया था। इनपर अपने काम में लापरवाही और अधिकारियों के आदेश नहीं मानने का आरोप था।

27 अप्रैल: जमशेदपुर तत्कालीन एसएसपी रहे अनूप बिरथरे ने बिष्टुपुर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिंह को निलंबित किया था। इनपर होटल अलकोर प्रकरण में आरोपियों को लाभ देने का आरोप था।

15 अप्रैल: तत्कालीन गिरिडीह एसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने डुमरी थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार राय को निलंबित कर दिया। उपेंद्र कुमार पर अपने जवानों के साथ अभ्रद व्यवहार का आरोप लगा था।

11 अप्रैल: लॉकडाउन के अनुपालन में लापरवाही बरतने के आरोप में हजारीबाग एसपी ने बीते 11 अप्रैल को गिद्दी थाना प्रभारी राजकुमार साहा को निलंबित किया था।

08 अप्रैल: जमशेदपुर तत्कालीन एसएसपी अनूप बिरथरे ने बिरसा नगर थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित या था। इनपर पानी में डूबते युवक को देखकर भी नहीं बचाने का आरोप था। वहीं, लॉकडाउन में भोजन बांटने में गड़बड़ी करने के आरोप सोनारी थाना प्रभारी नरेश सिन्हा को निलंबित किया था।

30 मार्च: धनबाद एसएसपी ने दारोगा संतोष कुमार, एएसआइ राजेन्द्र उरांव और सिपाही मनभूल महतो को निलंबित किया था। तीनों पुलिसकर्मियों पर बैंक मोड़ इलाके में एक शख्स से 6.80 लाख रुपए छीनने का आरोप था।

29 मार्च: रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने हिंदपीड़ी थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर उनके खिलाफ लगे आरोपों के जांच के आदेश दिये थे। तिवारी पर युवक मोहम्मद मुजीब को पीटने और प्रताडि़त करने का आरोप लगा था।