रांची : रिम्स में एक बार फिर रै¨गग के नाम पर रविवार की सुबह सीनियर-जूनियर स्टूडेंट्स आपस में भिड़ गए। इस दौरान लाठी-डंडे से एक-दूसरे को मारा गया। शनिवार की देर रात में भी जूनियर और सीनियर छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। इस घटना से यहां के छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। जूनियर छात्रों ने रै¨गग का आरोप लगाया है। रै¨गग के बाद जूनियर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि एमबीबीएस 2019 बैच के सीनियर छात्र 2020 बैच के जूनियर छात्रों के साथ रै¨गग कर रहे थे। इस दौरान बीच-बचाव में आए पीजी छात्रों के साथ 2019 बैच के छात्र भिड़ गए। इसके बाद जूनियर व पीजी छात्रों के साथ 2019 बैच के छात्रों की मारपीट शुरू हो गई। शनिवार देर रात और रविवार की सुबह उनके बीच दोबारा मारपीट हुई। घटना के बाद सोमवार को पूरा रिम्स परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।

क्या है मामला

रिम्स में मारपीट की घटना की शुरुआत शनिवार की देर रात हुई थी। 2020 बैच के छात्रों की सप्लीमेंट्री की परीक्षा समाप्त होने के बाद वे हॉस्टल नंबर सात में पार्टी मना रहे थे। देर रात तक चल रही पार्टी व शोरगुल से 2019 के सीनियर छात्रों को परेशानी होने लगी। साथ ही पीजी छात्रों की नीट पीजी की परीक्षा 12 सितंबर को होने वाली है। इसे लेकर इन लोगों ने छात्रों को शोर-शराबा नहीं करने को कहा। इसके बाद कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों की क्लास लगाते हुए उन्हें मुर्गा बनाया व उठक-बैठक भी करायी। इसके बाद कुछ जूनियर छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और जमकर बवाल काटा। इस मामले को पीजी छात्रों ने रात को शांत कराया। इसके बाद सभी छात्र अपने-अपने कमरे में चले गए। लेकिन अगली सुबह रविवार को हॉस्टल नंबर सात, तीन, चार और छह के जूनियर व सीनियर छात्र रात की बात को लेकर आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते ये छात्र डंडे से एक-दूसरे पर वार करने लगे। काफी देर तक मारपीट होने के बाद जब पुलिस ने शांत कराने का प्रयास किया तो जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों को माफी मांगने को कहा।

क्या कहता है प्रबंधन

मारपीट की घटना के बाद प्रबंधन ने मामले को शांत कराने के लिए पुलिस की मदद ली और सभी छात्रों को अपने हॉस्टल में जाने को कहा। रिम्स स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डॉ। हिरेन बिरुआ ने जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन व हॉस्टल अधीक्षक के साथ मिलकर तीनों पक्षों का बयान लिया है। इन सभी के बयान पर सोमवार को प्रबंधन आगे की कार्रवाई करेगा। फिलहाल इस घटना के बाद प्रबंधन ने पूरे हॉस्टल परिसर में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी है। डीन डॉ। हिरेन बिरुआ ने बताया कि हॉस्टल सात, तीन, चार और छह के छात्रों के बीच मारपीट हुई है। हालांकि इसमें रै¨गग की बात सामने नहीं आ रही है। वैसे मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि देर रात जूनियर छात्र हॉस्टल परिसर में परीक्षा के बाद पार्टी कर रहे थे, इससे काफी शोर हो रहा था। इसका सीनियर छात्रों ने विरोध किया और मामला यहां तक पहुंच गया। इस घटना के बाद प्रबंधन के कई अधिकारियों ने सभी हॉस्टलों का मुआयना किया और छात्रों को शांति बनाए रखने को कहा है।

बीच-बचाव में आया जेडीए

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के डॉ। विकास ने बताया कि उन सभी ने मिलकर इस मामले को शांत कराने का प्रयास किया है। सभी का पक्ष ले लिया गया है और इस पर सोमवार को निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जूनियर रै¨गग का आरोप लगा रहे हैं, जबकि पीजी के छात्रों ने इसे रोकने का प्रयास किया तो उन पर भी छात्रों का आक्रोश दिखा। पूरे मामले की जांच करने के बाद ही पता चल पाएगा कि रै¨गग का मामला था या कुछ और।