- तलाक, दहेज उत्पीड़न व दोनों ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों का मामला

- अग्रिम जमानत पर सुनवाई के दौरान अदालत ने केस को मध्यस्थता केंद्र भेजने का दिया था आदेश

- पूर्व डीजीपी की बहू ने 27 जून को महिला थाने में दर्ज कराई थी प्राथमिकी

रांची : बहू के आरोपों का सामना कर रहे पूर्व डीजीपी डीके पांडेय के बेटे -बहू से जुड़ा विवाद अब मध्यस्थता केंद्र स्थानांतरित कर दिया गया है। बुधवार को फाइल मध्यस्थता केंद्र को मिलते ही तत्काल केस को मध्यस्थ को सौंप दिया गया। डालसा के विशेषज्ञ मध्यस्थ नीलम शेखर वीडियो कांफ्रें¨सग से दोनों पक्षों से बातचीत करेंगी। प्रयास होगा कि दोनों पक्ष आपसी रजामंदी से सुलह कर ले। डालसा सचिव अभिषेक कुमार के अनुसार जल्द मध्यस्थता शुरू होगी। मध्यस्थ को निर्देश दिया गया है कि मध्यस्थता के संबंध में अद्यतन जानकारी देते रहें, ताकि अदालत को सूचित किया जा सके। 20 जुलाई को अपर न्यायायुक्त दिवाकर पांडेय की अदालत ने अग्रिम जमानत पर सुनवाई करते हुए केस को मध्यस्थता केंद्र स्थानांतरित कर दिया था। दोनों पक्षों की ओर से मध्यस्थता के लिए सहमति बनी थी।

क्या है मामला

पूर्व डीजीपी के बेटे शुभंकर पांडेय की पत्नी रेखा मिश्रा ने 27 जून को महिला थाने में सास, ससुर व पति के खिलाफ प्रताडि़त करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। रेखा मिश्रा का कहना है कि तीन साल पहले उनकी शादी हुई। शादी के बाद से ही दहेज को लेकर पति, सास व ससुर ताना देने लगे। रेखा को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाता था। प्रताड़ना जब हद से ज्यादा हो गई तो वह मायके में रहने लगी। बाद में यह मामला भी सामने आया कि दोनों में पहले ही कानूनन तलाक हो चुका है। हालांकि, रेखा मिश्रा तलाक की प्रक्रिया पर भी सवाल उठा चुकी है। रेखा मिश्र ने पति के अलावा ससुर डीके पांडेय और सास पूनम पांडेय पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उधर ससुराल पक्ष के लोगों ने भी बहू रेखा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।