-बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में किया था हंगामा, जांच में जुटी पुलिस

रांची : सेंटेविटा अस्पताल में नवजात बच्ची की मौत के मामले में अस्पताल प्रबंधन और डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कराया गया है। अरगोड़ा चौक निवासी शकुंतला सिंह ने एफआइआर दर्ज कराते हुए डाक्टरों की लापरवाही से नवजात की मौत होने का आरोप लगाया है। इस मामले में आइपीसी की 269, 304 (ए)-34 धाराएं लगाई गई हैं। एफआइआर के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। गौरतलब है कि 21 फरवरी को नवजात की मौत के बाद परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में जमकर हंगामा किया था। सूचना मिलने के बाद लोअर बाजार पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया था। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के शव को रिम्स में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया था।

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गलत दवा देने का लगाया आरोप :

शकुंतला सिंह की ओर से दिए गए आवेदन में बताया गया है कि सेंटेविटा अस्पताल में उनकी पुत्री नेहा सिंह ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया था। 21 फरवरी की सुबह उन्हें अस्पताल से फोन कर बच्ची की स्थिति खराब होने की जानकारी देते हुए जल्द पहुंचने को कहा गया। क्या हुआ पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया गया। जब अस्पताल पहुंचे तो डाक्टर अजय ने बताया कि उनकी नवजात बच्ची की मौत हो गई है। शकुंतला ने आरोप लगाया कि उनकी नवजात बच्ची को गलत दवा दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई।

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लापरवाही की वजह से हुई मौत :

शकुंतला ने बताया कि 19 फरवरी को उनकी पुत्र नेहा सिंह की डिलीवरी के लिए डा। रश्मि राय से संपर्क किया गया। उनके सुझाव पर सेंटेविटा अस्पताल में नेहा को भर्ती कराया गया। 20 फरवरी की रात नेहा ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टरों ने बच्ची को उन्हें दिखाया भी। इसके बाद बच्ची को चाइल्ड केयर यूनिट में रखा गया। रातभर अस्पताल के डाक्टरों ने उन्हें बच्ची के स्वस्थ होने की जानकारी भी दी। अगले दिन 21 फरवरी को चिकित्सकों ने उन्हें नवजात की मौत होने की खबर दी। आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से ही उनकी बच्ची की मौत हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

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