---हेमंत सोरेन सरकार के राज्य में एक साल पूरा होने पर आयोजित हुआ समारोह, बोले सीएम

-- 27 स्कूलों को लीडर स्कूल बनाने के लिए हुआ शिलान्यास

--80 स्कूलों के लिए है योजना, खर्च होंगे 360 करोड़ रुपए

रांची : राज्य सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर मंगलवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कई योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और परिसंपतियों का वितरण किया। सीएम ने अपने भाषण के दौरान एजुकेशन और इंप्लॉयमेंट पर खास फोकस रखा। इस दौरान राज्य के 27 स्कूलों को लीडर स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) बनाने के लिए ऑनलाइन शिलान्यास किया। हालांकि कुल 50 स्कूलों को लीडर स्कूल बनाने की योजना है जो सीबीएसई से संबद्ध होंगे। इसपर 360 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 27 स्कूलों पर कुल 120 करोड़ का खर्च प्रस्तावित है। राज्य सरकार की योजना पांच सालों में 4416 स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में अपग्रेड करने की भी है। इनपर कुल 1885.80 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के दूसरे हिस्सों और महानगरों से अपना कामधाम छोड़कर आए लोगों को हमारी जरूरत है। हमारे कहने पर लोग आए हैं। हवाई जहाज, ट्रेन और बसों से उन्हें बुलवाया है। ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना हमारी प्राथमिकता है।

शुरू होगी नियुक्ति प्रक्रिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि नौजवानों को नौकरी देने के लिए सरकार ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। जेपीएससी को जनवरी में परीक्षाओं को लेकर कैलेंडर जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके साथ ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जो अपने विद्यार्थियों को विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृति देगा। इसके अलावा पांच हजार आदर्श विदालय, हर जिले में एक सीबीएसई आधारित विद्यालय संचालित करने के साथ शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं।

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पांच साल में सेल्फ डिपेंडेंट होगा झारखंड

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि अगले पांच वर्षों में झारखंड को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा ताकि किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़े। ना केंद्र सरकार के सामने और ना ही विश्व बैंक के पास। पिछली सरकार ने झारखंड का खजाना खाली कर हमें चाबी थमा दी, लेकिन हमारी सरकार लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए राजस्व बढ़ाने पर भी फोकस कर रही है। जिन राज्यों के पास खनिज नहीं है, वो भी आगे निकल रहे हैं तो फिर हमारे पास तो खनिज का भंडार ही है।

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गठबंधन सरकार जो कहती है करके दिखाती है : आरपीएन

झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गठबंधन सरकार ने जो वादा किया था वह निभाकर दिखाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री समेत कैबिनेट के तमाम सदस्यों को इसके लिए बधाई दी। गरीबों को दूसरे प्रांतों से हवाई जहाज से झारखंड लाने के लिए सीएम को बधाई देते हुए उन्होंने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों की भी सराहना की।

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खजाना खाली था, इसलिए ऋण माफी में एक साल लगे

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किसानों को ऋण माफी में हुई देरी के कारणों को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सरकार गठन के बाद हमारे सामने हालात भयावह थे। कर्मियों को वेतन देने की भी चुनौती थी। इस बीच विपक्ष के लोगों ने हमें कई बार आरोपित किया - सरकार रोजगार देने में विफल रही, किसानों को राहत देने में विफल रही। शिकायतें होती रहीं। लेकिन, सबसे पहले आर्थिक व्यवस्था को देखना पड़ता है। खजाना खाली था। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने की चुनौती थी। यही कारण है कि किसानों को ऋण माफ करने का निर्णय लेने में हम एक साल लग गए।

इमर्जिग झारखंड के लोगो का अनावरण

सीएम ने कहा कि झारखंड में प्राकृतिक सौंदर्य का भंडार है और इस माध्यम को मजबूती प्रदान करने के लिए हमने पर्यटन नीति भी बनाई है। सीएसआर नीति से हम आर्थिक संसाधनों को बढ़ा सकेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने झारखंड कॉफी टेबुल बुक और इमर्जिंग झारखंड के लोगो (प्रतीक चिन्ह) का अनावरण किया। इससे पहले समारोह स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया।

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सभी जिलों में खेल पदाधिकारी तैनात

मुख्यमंत्री ने खेल नीति की खासियत बताते हुए कहा कि इसके अभाव में झारखंड के खिलाड़ी आज दूसरे राज्यों से खेल रहे हैं। इनके लिए अभी तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। कहा कि अलग राज्य बनने के बाद पहली बार सभी जिलों में खेल पदाधिकारियों की तैनाती हुई है। उन्होंने कहा कि पहली बार खेल कोटे से सभी विभागों में नौकरी का प्रावधान किया गया है।

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प्रमाणपत्रों में देरी पर एक्शन

सीएम ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र आद लाखों की संख्या में लंबित हैं। 15 दिन के अंदर लाभुकों को ये प्रमाणपत्र नहीं मिले तो जिस टेबल पर जो अधिकारी बैठा है वह बर्खास्त होगा।

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