रांची: राजधानी में शुरू हुए पेयजल संकट को लेकर सोमवार को पार्षदों ने पेयजल एवं स्वछता विभाग के सचिव प्रशांत कुमार के साथ बैठक की। इसमें पार्षदों ने अपने-अपने इलाके की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। साथ ही कहा कि नई पाइपलाइन बिछाने का काम अबतक पूरा नहीं हो पाया है। कई इलाकों में तो पाइपलाइन बिछाने के बाद भी पानी नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को लेकर मेयर से गुहार लगाई थी। लेकिन उनकी हठधर्मिता के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा। पार्षदों की समस्याएं सुनने के बाद उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी जल्द से जल्द पीने का पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अगर कोई परेशानी हो तो मुझे बताएं, समस्या का तत्काल समाधान किया जाएगा। साथ ही कहा कि सभी इंजीनियर एक महीने में काम को पूरा कर दोबारा बैठक कर पार्षदों के समक्ष रिपोर्ट देंगे।

प्रस्ताव बनाकर की चर्चा

पार्षदों ने कहा कि मेयर का यह दायित्व बनता था कि पेयजल समस्या को दूर करने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बना कर हर वार्ड पार्षद से उनका मंतव्य लेकर एक बैठक करें। किंतु उनको जनहित कार्य में कोई रुचि नहीं है। इसलिए पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड में पदाधिकारियों से इंस्पेक्शन करवाकर प्रस्ताव बनाया और सचिव से मिलकर समस्याओं पर चर्चा की। मौके पर पार्षद अरुण कुमार झा, पूर्व पार्षद मो असलम, ओमप्रकाश, सुनील यादव, रौशनी खलखो, डॉ साजदा खातून, हुस्ना आरा, शशि सिंह, जेरमिन टोप्पो, विजय लक्ष्मी सोनी, झरी लिंडा, सविता कुजूर, सुजाता कच्छप, विनोद सिंह, राहुल चौधरी, मार्गरेट, विजय राम, पूर्व पार्षद अशोक खलखो, नकुल तिर्की, अर्जुन यादव, कविता सांगा समेत अन्य मौजूद थे।