रांची : झामुमो के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री साइमन मरांडी का सोमवार की देर रात कोलकाता के एक नर्सिंग होम में इलाज के दौरान निधन हो गया। 76 साल के साइमन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। तबीयत अधिक खराब होने के बाद उन्हें 14 मार्च को कोलकाता के आरएन टाइगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने सोमवार की देर रात अंतिम सांस ली। साइमन के निधन की खबर से पूरे जिले में शोक की लहर है। लिट्टीपाड़ा विधायक और साइमन के पुत्र दिनेश मरांडी ने बताया कि अंतिम संस्कार बुधवार को डुमरिया में किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल होंगे। झामुमो जिला उपाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम ने बताया कि बुधवार को दिन के 10 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिरणपुर विधायक आवास पर पहुंचेंगे। यहां सुबह 10.30 बजे श्रद्धांजलि सभा होगी। इसके बाद 11 बजे साइमन मरांडी का शवयात्रा हिरणपुर से उनके पैतृक गांव डुमरिया के लिए निकलेगा, जहां 12 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

हेमंत सरकार में मंत्री थे साइमन

लिट्टीपाड़ा से साइमन पांच बार (1977, 1980, 1985, 2009, व 2017) विधायक रहे थे। वर्ष 1977 में उन्होंने पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके बाद झामुमो के टिकट पर विधायक चुने गए थे। जब 2014 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने उनकी जगह डॉ। अनिल मुर्मू को लिट्टीपाड़ा से उतारा था, तब साइमन ने भाजपा का दामन थामते हुए लिट्टीपाड़ा से चुनाव लड़ा था। इसमें उनकी हार हुई थी। बाद में उन्होंने झामुमो में वापसी की और 2017 के उपचुनाव में फिर लिट्टीपाड़ा से विधायक बने। साइमन मरांडी झामुमो के टिकट पर राजमहल सीट से 1989 व 1991 में सांसद भी रह चुके है। वे हेमंत सोरेन की सरकार में 2013 में झारखंड सरकार के मंत्री थे।

सांसद रिश्वत कांड में जाना पड़ा था जेल

वर्ष 1994 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंहा राव की सरकार बचाने को लेकर झामुमो के चार सांसदों पर रिश्वत का आरोप लगा था। इसमें सीबीआइ ने अन्य सांसदों के साथ साइमन मरांडी को भी 1995 में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था। बाद में साक्ष्य के अभाव में वे बरी कर दिए गए थे।

उनका निधन अपूरणीय क्षति है। झारखंड अलग राज्य के संघर्ष में विशेष योगदान देने वाले साइमन मरांडी की कमी हमेशा खलेगी। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को दुख सहने की शक्ति दें।

हेमंत सोरेन, सीएम, झारखंड