- कई तरह के ट्रीटमेंट का तय किया गया चार्ज

- रिम्स की जीबी मीटिंग में रखा जाएगा प्रस्ताव

-जीबी सदस्य ने कई विषयों पर दिए सुझाव

- 13

महीने बाद हो रही है बैठक

-37

एजेंडों पर होगी मीटिंग में चर्चा

-1000

रुपए है पेइंग वार्ड का चार्ज

RANCHI (13 Oct) : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में मरीजों के इलाज के लिए बजट लगभग 400 करोड़ रुपए है। इसके बावजूद रिम्स में मरीजों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। अब रिम्स प्रबंधन मरीजों पर नया बोझ लादने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत फ्री के फिजियोथेरेपी के लिए भी मरीजों से चार्ज वसूला जाएगा। वहीं इमरजेंसी में इलाज को आने वाले दिल के मरीजों के इलाज का भी पैसा लगेगा। हालांकि यह रेट सेंट्रल गवर्नमेंट के रेट के आधार पर होगा, लेकिन जो इलाज मरीजों का फ्री में किया जा रहा था अब उसके लिए उन्हें पैसे चुकाने होंगे। यह प्रस्ताव रिम्स की बुधवार को होने वाली जीबी की बैठक में लाया जाएगा।

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पेइंग वार्ड में टेस्ट का चार्ज

पेइंग वार्ड में इलाज कराने वाले मरीजों को पैथोलॉजी टेस्ट कराने को लेकर रेट फिक्स करने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा, जिसमें सीजीएचएस रेट पर ही टेस्ट कराने की योजना है। इससे पेइंग वार्ड में एडमिट मरीजों को टेस्ट कराने के लिए अलग से चार्ज देना होगा। वर्तमान में पेइंग वार्ड में मरीजों के लिए एक दिन का चार्ज एक हजार रुपए रखा गया है।

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21 महीने से खराब है मशीन

हॉस्पिटल में मरीजों का रेडियोलॉजी टेस्ट सस्ते दर पर किया जाता है। अब उसे सीजीएचएस रेट की तर्ज पर और घटाने की तैयारी है, जिससे कि मरीजों को फायदा मिलेगा। लेकिन एक्सरे और अल्ट्रा साउंड को छोड़कर मरीजों के सीटी स्कैन करने वाली मशीन खराब पड़ी है। इन्हें न तो बनाने को लेकर प्रबंधन ने गंभीरता दिखाई और न ही नई मशीन की खरीदारी का काम हुआ। इससे लग रहा है कि यह सब कैंपस में काम कर रही प्राइवेट एजेंसी को फायदा पहुंचाने के लिए है।

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लालू को बंगला में रखने से नुकसान

13 महीने बाद बुधवार को रिम्स में जीबी की बैठक होने वाली है। इसके लिए 37 एजेंडे रखे गए हैं, लेकिन इस बैठक को लेकर जीबी सदस्य सह सांसद प्रतिनिधि ने भी कई सुझाव दिए हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि लालू यादव एक सजायाफ्ता कैदी हैं और पेइंग वार्ड में रहने से रिम्स को एक दिन का 1000 रुपए मिल रहा था। जब से उन्हें डायरेक्टर बंग्ला में शिफ्ट किया गया है, तो एक रुपया भी प्रबंधन को नहीं मिल रहा है।

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मीटिंग में होगी चर्चा

-रिम्स की जमीन पर अतिक्रमण

-लालू को बंगला में शिफ्ट करने का मामला

-साल में चार बार रिम्स जीबी की बैठक

-बहाली में नियमों को दरकिनार कर नियुक्ति

-मैन पावर की कमी दूर करने के बारे में