- एजेंसी के कर्मचारी सफाई में बरत रहे लापरवाही

- शहर में हर जगह लगा है कचरे का अंबार

- न सफाई और न ही दवा का हो रहा छिड़काव

- नई एजेंसी को सफाई की जिम्मेवारी लिए गुजर गए 6 महीने

- डोर टू डोर नहीं हो रहा कचरे का नियमित उठाव

- वार्ड पार्षदों की बढ़ी परेशानी

रांची नगर निगम क्षेत्र में सफाई का काम सीडब्ल्यूसी एजेंसी को दिया गया है। जब से एजेंसी ने सफाई की व्यवस्था संभाली है, शिकायतें आनी शुरू हो गईं हैं। एजेंसी को काम लिए छह महीने का समय बीत चुका है। शुरुआती चार महीने बिना कुछ काम किए ही कंपनी ने गुजार दिए। इधर दो महीने से काम हो रहा है। लेकिन सफाई सही से नहीं होने की शिकायत बार-बार आ रही है। वार्ड पार्षद भी इस संबंध में नगर आयुक्त को सूचित कर चुके हैं। हालांकि, पार्षदों का कहना है कि नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने एजेंसी को कोई सख्त चेतावनी नहीं दी है। वार्ड पार्षदों का कहना है कि मुहल्ले, कॉलोनियों और सड़क किनारे से भी गंदगी की सफाई नहीं हो रही। डोर टू डोर कचरे का उठाव भी नियमित रूप से नहीं हो रहा है।

तीन एजेंसी संभाल रही है काम

रांची नगर निगम ने सफाई के लिए तीन एजेंसी का चयन किया है। तीनों के काम अलग-अलग हैं। सीडीसी एजेंसी को डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेवारी दी गई है। जबकि जोंटा इंफ्राटेक को शहर में डस्टबिन लगाने का काम सौंपा गया है। वहीं गेल इंडिया बायो गैस प्लांट लगाने पर वर्क कर रही है। नगर निगम के वार्ड पार्षद सीडीसी और जोंटा इंफ्राटेक के काम से संतुष्ट नहीं है। जबकि एजेंसी के पदाधिकारियों का कहना है नगर निगम क्षेत्र काफी बड़ा है। संसाधन की कमी के कारण कुछ वार्ड में समस्या हो रही है। लेकिन उसे ठीक करने का पूरा प्रयास किया जाता है। इधर एजेंसी के सुपरवाइजर्स ने ही एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुपरवाइजर्स का कहना है कि कंपनी की ओर से नियमित सैलरी नहीं दी जा रही है। बार-बार शिकायत मिलने के बाद नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने तीनों एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कार्यशैली में सुधार करने का आदेश दिया है।

शहर में लग रहा कचरे का अंबार

सिटी में जहां-तहां कचरे का अंबार नजर आने लगा है। रोड किनारे कचरा डंप कर छोड़ दिया जाता है। घरों से कचरे का उठाव नहीं होने से लोग परेशान हैं। नगर निगम क्षेत्र में दवा का छिड़काव बंद कर दिया गया है। वार्ड में सैनिटाइजेशन का काम भी बंद है। जबकि, संक्रमण की वजह से बीमारी फैलने का खतरा अब भी बना हुआ है। नगर निगम सफाई के बडे़-बडे़ दावे करता है। लेकिन बारिश का मौसम निगम के सभी दावों की पोल खोल कर रख देता है। बीते कुछ दिनों में सिटी में बारिश नहीं हुई है। ऐसे में नगर निगम के पास शहर की जाम नालियों की सफाई का भी बेहतर मौका है।

क्या कहते हैं पार्षद

मेरे पूरे वार्ड में डोर टू डोर कचरा का उठाव अच्छे तरीके से नहीं हो रहा है। नई कंपनी के द्वारा गाडि़यों की संख्या कम करने के कारण वार्ड के लोग और मैं खुद भी बहुत परेशान हूं। कंपनी के ऐसे रवैये के कारण लोगों का गुस्सा मुझे झेलना पड़ रहा है। इसकी शिकायत मैंने नगर आयुक्त से भी की है।

- रश्मि चौधरी, वार्ड 28

सीडीसी कंपनी ने जब से काम संभाला है, डोर टू डोर कचरा उठाव सही से नहीं हो रहा है। कंपनी के लोगों से बात करने पर सिर्फ आश्वासन मिलता है। कचरा नहीं उठने से वार्ड के लोग आक्रोशित हैं, जिन्हें जवाब देना बहुत ही कठिन हो रहा है। नगर आयुक्त को समस्या से अवगत कराया गया है।

- विजयलक्ष्मी, वार्ड 24