रांची। सदर हॉस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में एक जुलाई से गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल इंडोस्कोपी की शुरुआत की जा रही है। इससे पेट व आंत की बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा। वहीं जरूरत पड़ने पर इस मशीन से ही इमरजेंसी में ट्रीटमेंट किया जा सकेगा। बताते चलें कि पहले इन सब बीमारियों का पता लगाने के लिए पहले डिजिटल एक्स-रे किया जाता था।

ट्यूब डालकर देखा जाएगा

गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल इंडोस्कोपी से फूड पाइप, पेट के अंदर और छोटी आंत से जुड़ी बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा। जिसमें ट्यूब डालकर देखा जाएगा कि आपके बॉडी के अंदर क्या परेशानी है। इसके अलावा अल्सर, कैंसर, ट्यूमर, डाइजेशन सिस्टम में दिक्कत, इंटरनल ब्लीडिंग, चेस्ट पेन, हार्ट बर्न, स्वेलिंग प्राब्लम का तत्काल इसका इलाज शुरू किया जाएगा। इसके लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी हॉस्पिटल में आ चुके हैं।

गवर्नमेंट रेट पर होगा इलाज

अगले महीने से सदर हॉस्पिटल में सुपरस्पेशियलिटी वाली सर्विस मिलने लगेगी। इसके लिए पूरा सिस्टम तैयार है। मशीनें भी इंस्टाल की जा रही हैं। हॉस्पिटल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इसके लिए भारी भरकम चार्ज नहीं देना होगा। इसके लिए प्रबंधन योजना तैयार कर रहा है। यहां इलाज के लिए मरीजों को सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल सर्विसेज (सीजीएचएस) रेट यानि सरकारी दर चुकाना होगा, जबकि बीपीएल वालों का इलाज फ्री में किया जाएगा।

जेब पर नहीं पड़ेगा बोझ

हॉस्पिटल में इलाज के लिए हर दिन 400-500 मरीज आते हैं, जिनमें से 50-60 मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें पेट, फूड पाइप और आंत से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इन्हें इलाज के लिए दूसरे हॉस्पिटल भेज दिया जाता था। जिससे कि मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। अब इन मरीजों को जांच से लेकर इलाज तक एक ही छत के नीचे मिलेगी। इसके अलावा इलाज के खर्च का जेब पर बोझ भी नहीं पड़ेगा।

अपर जीआई इंडोस्कोपी की शुरुआत जल्द होगी। इससे कि मरीजों को काफी फायदा होगा और सदर के लिए यह ऐतिहासिक होगा। हम लगातार नए विभाग शुरू कर रहे हैं। इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

डॉ एस मंडल, डीएस, सदर