- कैंपस में गंदगी देख बिफरे स्वास्थ्य मंत्री

- 15 दिनों में व्यवस्था सुधारने का दिया निर्देश

- कहा : इलाज, सफाई और सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मंगलवार को अचानक सदर हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। कैंपस में गंदगी देख उन्होंने सिविल सर्जन को जमकर झाड़ लगाई। साथ ही वेंडर को लेकर पूरी रिपोर्ट सिविल सर्जन से मांगी। वहीं सुरक्षा व्यवस्था में भी लापरवाही देख वह भड़क गए। इसके बाद उन्होंने सिविल सर्जन को 15 दिनों के अंदर व्यवस्था सुधारने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों की इलाज, सफाई और सुरक्षा में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं जो भी कमी और खामियां हैं, उसकी रिपोर्ट बनाकर विभाग को भेजने को कहा।

व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश

सदर हॉस्पिटल में उन्होंने देखा कि सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर तैनात नहीं हैं और हॉस्पिटल एरिया में लोग बेवजह घूम रहे हैं। इसके बाद उन्होंने सुरक्षा प्रभारी को व्यवस्था दुरुस्त करने के आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी सिविल सर्जन भी पूरी रिपोर्ट तैयार कर दें। हॉस्पिटल की व्यवस्था देखने के दौरान उन्होंने जर्जर रास्ते के बारे में अधिकारियों से पूछा। जहां सिविल सर्जन और डीडीसी ने बताया कि भवन निर्माण विभाग के द्वारा ही सड़क निर्माण का कार्य किया जाएगा। उन्होंने प्रस्ताव बना कर संबंधित विभाग भेजने की बात कही।

कोरोना टेस्ट बंद, आश्वासन के बाद लौटे

मंगलवार को सदर हॉस्पिटल में कोरोना टेस्ट में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों लेकर काम ठप कर दिया। इसके बाद घंटों कोरोना का टेस्ट बंद रहा। स्टाफ का कहना था कि उन्हें ड्यूटी के बाद छुट्टी नहीं दी जा रही है। वहीं आसपास के स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी आइसोलेशन में भेजने की कोई व्यवस्थआ नहीं है। इससे उन्हें भी इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ गया है। इसके बाद सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री आंदोलन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों से मिले और कहा कि इनकी मांगें जायज हैं। कोरोना काल में इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इसलिए कुछ मांग तुरंत मान ली गई हैं, जबकि कुछ नीतिगत फैसले हैं, जिन्हें वे सरकार के स्तर पर रखेंगे।

स्वास्थ्य कर्मियों की मांग

- सैंपल कलेक्शन के लिए उन्हें सैंपल बूथ के अलावा अलग वाहन दिया जाए

- अल्टरनेट डे के हिसाब से सभी स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाए छुट्टी

- कार्य में दूर रहने या व्यस्त रहने के कारण भोजन में परेशानी

- कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाए इंसेंटिव

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा

- सीएस और डीडीसी रांची को 10 अलग गाड़ी उपलब्ध कराने का निर्देश

- मैनपावर की कमी, जिम्मेदारी भी बड़ी, 4 दिन की ड्यूटी के बाद एक दिन की छुट्टी

- सिविल सर्जन भोजन की समस्या दूर करने को करें बेहतर व्यवस्था

- एनआरएचएम डायरेक्टर रवि शंकर शुक्ला अन्य राज्यों की तर्ज पर व्यवस्था करें