रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में भीषण गर्मी पड़ रही है। हीट वेव चलने से जन जीवन त्रस्त है। पूरा शहर भीषण गर्मी की चपेट में है। प्रचंड गर्मी में अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है। रिम्स में सामान्य दिनों की अपेक्षा 150-200 मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। इनमें ज्यादातर लू की चपेट में आए हुए मरीज हैं। ओपीडी में पेशेंट्स लूज मोशन, बुखार, दस्त, गले में दर्द और कमजोरी की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। ऐसे मरीजों की संख्या 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। गर्मी को देखते हुए सेहत का ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है। चिकित्सक भी बेवजह गर्मी में बाहर घूमने की सलाह नहीं दे रहे हैं। गर्मी में शरीर में पानी की कमी होने लगती है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या बनी रहती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
डेली 400-500 मरीज
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के ओपीडी में हर दिन 400-450 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं तो वहीं सदर अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। सामान्य दिनों में यह संख्या दो से तीन सौ के आसपास ही रहती है। रिम्स मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ। विद्यापति ने बताया कि तापमान में हुई बढ़ोतरी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग जल्दी बीमार पड़ रहे हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आने वाले ज्यादातर मरीज वायरल फीवर से पीडि़त हैं। लेकिन इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है। समय पर इलाज कराने और मेडिसीन लेने से आप तीन से पांच दिन में स्वस्थ हो सकते हैं।
घर से निकलना मुश्किल
मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में उत्तर-पश्चिम से गरम हवाओं का आगमन लगातार जारी है। हालांकि एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई है, जिसका असर रांची में देखने को मिल सकता है। मौसम में थोड़ी नरमी आ सकती है। लेकिन प्रचंड गर्मी से फिलहाल राहत मिलने वाली नहीं है। इधर सूर्य के ताप से लोग बेहद परेशान हैं। चिलचिलाती धूप के बीच घरों से निकलना मुश्किल है। कामकाजी और नौकरी-पेशा वाले बड़ी मुश्किल से निकल पा रहे हैं। सुबह आठ बजे से ही जलाने वाली गर्मी शुरू हो जाती है। जो शाम चार बजे तक रहती है। गर्मी के कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। ज्यादातर लोग शाम में ही निकलना पसंद कर रहे हैं।
कमजोरी लगे तो हो जाएं सतर्क
गर्मी के चलते बच्चों में उल्टी, दस्त और कमजोरी की शिकायतें आने लगी हैं। लोग हीट वेव के शिकार हो रहे हैं। बात करें हीट वेव के लक्षणों की तो अगर शरीर में कमजोरी लगे तो सतर्क हो जाइए। सिर दर्द होना, उल्टी आना लू के लक्षण हो सकते हैं। च्यादा पसीना और झटका जैसा अनुभव हो सकता है। मांसपेशियों में दर्द, बार-बार मुंह सूखना, चक्कर आना और आंखें लाल हो जाना भी लू के लक्षण होते हैं। गर्मी में च्यादा पानी पीने, खाने में लिक्विड का च्यादा से च्यादा इस्तेमाल करने के साथ ही कुछ और सावधानियां बरतकर हम खुद को गर्मी से बचा सकते हैं। खाने में मौसमी फल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
क्या कहते हैं डॉक्टर
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अनिताभ ने बताया कि गर्मी में पाचन यानी डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं अधिक होती हैं। किसी भी तरह के इन्फेक्शन का जोखिम भी बढ़ते तापमान के साथ बढ़ जाता है। शरीर से अधिक पसीना निकलने और गर्म वातावरण की वजह से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। गर्मी में पाचन से जुड़ी समस्याएं भी अधिक होती हैं। किसी भी तरह के इन्फेक्शन का जोखिम भी बढ़ते तापमान के साथ बढ़ जाता है, ऐसे में गर्मी के दिनों में आपको अपनी सेहत का अधिक और खास ख्याल रखने की जरूरत होती है।

-हल्का और हेल्दी फूड लें। आप चाहें तो थोड़ा-थोड़ा कई बार खा सकते हैं, लेकिन एक ही बार अधिक खाने से परहेज करें। बहुत च्यादा कार्बोहाइड्रेट और फैट वाले फूड से शरीर में बहुत अधिक गर्मी पैदा होती है। ताजे फल और सब्जियों का सेवन बढ़ा दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जैसे कि संतरा, तरबूज, टमाटर, नारियल पानी आदि।

-बाहर के खाने से परहेज करें। स्ट्रीट फूड दूषित हो सकता है, जो बीमारियों को दावत देता है। ऐसे में गर्मियों के दिनों में बाहर खाने से परहेज करें। पेट की एलर्जी और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचने के लिए बाहर के खाने से दूरी बना लें।

-अपनी आंखों को कड़ी धूप से बचाने के लिए सुरक्षात्मक आईवियर पहनें। बाहर निकलने पर धूप से बचाने वाले ग्लास पहनें जो 99 परसेंट तक पराबैंगनी किरणों को रोकते हों।