रांची : सरकार के गठन के एक माह बाद मंगलवार को हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार हो गया। हेमंत कैबिनेट के पहले विस्तार में सात मंत्रियों ने शपथ ली है। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शाम चार बजे राजभवन के खचाखच भरे बिरसा मंडप में सातों मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। झामुमो कोटे से पांच विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इनमें चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस कोटे से मंत्री पद की शपथ लेनेवाले दो विधायकों में बन्ना गुप्ता तथा बादल पत्रलेख शामिल हैं। हेमंत की टीम के मंत्रियों में जगरनाथ महतो, बादल पत्रलेख और मिथिलेश कुमार ठाकुर पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि अन्य को पहले भी मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिल चुका है। हेमंत सोरेन कैबिनेट में जगह पाने वाली एकमात्र महिला जोबा मांझी हैं। जोबा भी पूर्व की कई सरकारों में भी मंत्री रह चुकी हैं।

सुरक्षित रखा गया मंत्री का एक पद

हेमंत सोरेन कैबिनेट में मंत्री का एक पद अभी सुरक्षित रखा गया है। झारखंड कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 12 पद हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता 29 दिसंबर को ही शपथ ले चुके थे, जबकि सात ने आज शपथ ली। इस तरह अब हेमंत मंत्रिमंडल में सीएम समेत कुल 11 मंत्री हैं। मंत्री का एक पद सुरक्षित रखे जाने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा इस बात की भी है कि कांग्रेस मंत्री के एक और पद पर अड़ा हुआ है। यह विवाद नहीं सुलझने के कारण ही एक बर्थ सुरक्षित रखा गया है। इसके पीछे एक सोच यह भी हो सकती है कि एक पद छोड़कर रखा जाए ताकि विपरीत परिस्थितियों के अनुसार उलटफेर में कोई परेशानी न हो। यह महज संयोग है कि पिछली सरकार में भी मंत्री का एक पद पांच साल तक रिक्त ही रहा।

कांग्रेस के खाते में मंत्री के कुल चार पद

कांग्रेस के दो अन्य विधायकों के मंत्री पद पर शपथ लेने के बाद कांग्रेस के कोटे से मंत्रियों की कुल संख्या चार हो गई है। वहीं झामुमो के खाते में मंत्रियों के पांच पद गए हैं। एक पद राजद को मिला है। स्पीकर का पद भी झामुमो के पास है।