रांची (ब्यूरो) । शनिवार को को हिन्दवी तथा हिन्दी विभाग, राम लखन सिंह यादव कॉलेज रांची के संयुक्त तत्वावधान में हिन्दी कैंपस कविता का आयोजन टीआरआई सभागार मोरबादी में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ जेपी सिंह ने नगाड़ा बजाकर किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में कवयित्री वंदना टेटे तथा निर्मला पुतुल उपस्थित थी। कार्यक्रम में डॉ जेपी सिंह ने कविता के साहित्यिक महत्व के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद डॉ पार्वती तिर्की ने कविता की शुरुआत गीत गाते हुए लोग से किया। उसके बाद वे पुरुष, सोसो बंगला, लकड़ा तथा स्त्रियों का शिकार पर्व कविताओं का पाठ किया।

तोतो नोनो शीर्षक

दूसरी कवयित्री के रूप में वंदना टेटे ने कोनजोगा कविता संग्रह से तोतो नोनो शीर्षक से शुरुआत किया। इसके बाद उन्होंने पुरखों के लिये तथा ए ढेचूआ आदिवासी कहां जाएंगे पढक़र आदिवासी भावनाओं को व्यक्त किया। तीसरी कवयित्री के रूप में निर्मला पुतुल ने आदिवासी औरत होने की सजा कविता से अपनी बातों रखने की शुरुआत की। इसके बात लक्ष्य की ओर हम आदिवासी हैं। क्या तुम जानते हो। क्या हूं मैं तुम्हारे लिए खून को पानी कैसे लिख दूं, पहाड़ी स्त्री, बहामुनी तथा उतनी दूर मत व्याहना बाबा से अंत किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल दस प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में तनु प्रिया को प्रथम, अनुज बेसरा को द्वितीय तथा विश्वजीत तिवारी को तृतीय स्थान मिला।