रांची(ब्यूरो)। अमेरिका के महिला हाकी प्लेयर से झारखंड के सुदुर इलाकों की किशोरियों ने हाकी की ट्रेङ्क्षनग ली। साथ ही महिला तस्करी, बाल विवाह सहित अन्य मुद्दों को लेकर जागरूक भी किया गया। झारखंड के गुमला, सिमडेगा, खूंटी और चाईबासा जैसे मानव तस्करी और बाल विवाह के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाली 14-16 वर्ष की 105 आदिवासी लड़कियों ने हाकी प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। इसका उद्देश्य मैदान पर खेल सत्रों के माध्यम से किशोरियों के बीच नेतृत्व क्षमता, सामाजिक मुद्दों पर शिक्षित करना, पुलिस और जिला प्रशासन के सहयोग से तस्करी विरोधी रोकथाम को लेकर जागरूक किया गया।
26 नवंबर से 2 दिसंबर तक कैंप
दरअसल, अमेरिकी वाणिज्य दूतावास कोलकाता ने मिडिलबरी कालेज अमेरिका के साथ साझेदारी में 26 नवंबर से 2 दिसंबर तक रांची में सेरसा एस्ट्रो टर्फ हाकी स्टेडियम में ईस्ट इंडिया महिला हाकी और लीडरशिप कैंप के तीसरे संस्करण का आयोजन किया। मिडिलबरी कालेज के बारह प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किया। शिविर को अपराध जांच विभाग-झारखंड पुलिस, रांची, गुमला, सिमडेगा, खूंटी और चाईबासा जिलों के पुलिस विभागों, दक्षिण-पूर्व रेलवे और झारखंड राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड का सहायता प्राप्त हुआ।
एक्सपट्र्स ने दिए टिप्स
छह दिवसीय हाकी प्रशिक्षण शिविर के दौरान मानव तस्करी विरोधी विशेषज्ञों, झारखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और विधान सभा के सदस्यों द्वारा ज्ञान-साझाकरण सत्र आयोजित किए गए। सत्रों का उद्देश्य कार्यक्रम में भाग लेने वाली किशोर लड़कियों को बाल यौन शोषण, मानव तस्करी और बाल विवाह के मुद्दों पर सशक्त बनाना और शिक्षित करना और ङ्क्षलग आधारित ङ्क्षहसा से निपटने के लिए समुदाय के नेताओं के साथ लड़कियों को सशक्त बनाना था।
क्या कहती हैं अमेरिकी टीम की कोच
अमेरिकी टीम की हेड कोच केथेरीन डेलोरेंजा ने कहा कि पहले दिन से छठे दिन के बीच प्रत्येक युवा महिला का विकास वास्तव में उल्लेखनीय रहा है। ईस्ट इंडिया हाकी प्रोजेक्ट एक सप्ताह का हाकी और नेतृत्व प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिसमें युवा महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले प्रमुख क्षेत्रीय सामाजिक मुद्दों पर शिक्षा भी शामिल है। कार्यक्रम प्रत्येक लड़की को एक सुरक्षित, रोमांचक और आनंदमय वातावरण में बढऩे, प्रदर्शन करने और साझा करने के लिए समय और स्थान प्रदान करता है।
ट्रेनिंग पाने वाली किशोरियों ने कहा
गांव से बाहर पहली बार पहुंची हूं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बहुत कुछ सीखने को मिला है। हाकी खेलने के साथ साथ मानव तस्करी व बाल विवाह के खिलाफ लडऩे की भी सीख मिली।
खुशबू तिर्की, गुमला

घर से हटकर हमने प्रशिक्षण कार्यक्रम में टीम भावना, अनुशासन सहित अन्य चीजों को सीखा। विदेशी खिलाडिय़ों के साथ रहकर जीवन में बेहतर करने के लिए प्रोत्साहन मिला।
भरोसी सांडीपूर्ति, चाईबासा

प्रशिक्षण के माध्यम से हम लड़कियों को अपने अंदर की प्रतिभा को निखारने का अवसर प्राप्त हुआ। मैच के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों से लडऩे का भी ज्ञान मिला।
देवी कुमारी, सिमडेगा

विदेशी खिलाडिय़ों ने बात करके मनोबल बढ़ाया है। हेड कोच से भी बहुत कुछ सीखने को मिला। अंतिम दिन अवार्ड प्राप्त करके भी अच्छा लगा।
बेला कुमारी