क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब: रांची नगर निगम सिटी में होल्डिंग टैक्स कलेक्शन कर रहा है। सिटी के लोगों को राहत देने को आनलाइन फैसिलिटी भी अवेलेबल है, ताकि लोग घर बैठे ही अपना होल्डिंग टैक्स जमा करा सकें। लेकिन, इसमें ऑनलाइन सेल्फ असेसमेंट लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। नतीजन, वेबसाइट पर जाकर भी लोग अपना टैक्स जमा नहीं करा पा रहे हैं। चूंकि उनके नए वार्ड की डिटेल ही वेबसाइट पर अपडेट नहीं की गई है। ऐसे में उन्हें नगर निगम के ऑफिस की दौड़ लगानी पड़ रही है। वहीं, इस चक्कर में लोगों का घंटों टाइम भी नगर निगम में ही वेस्ट हो रहा है।

2017 में किया गया है परिसीमन

2017 में ही रांची का परिसीमन कर दिया गया है, जिसके बाद से रांची नगर निगम क्षेत्र में 55 वार्ड को घटाकर 53 कर दिया गया। वहीं वार्ड की चौहदी भी बदल गई है। कुछ वार्डो के इलाके भी दूसरे वार्डो में चले गए, जिसे लेकर आज भी लोगों में कन्फ्यूजन है। अब इस कंफ्यूजन के चक्कर में लोग सेल्फ असेसमेंट कर अपने घरों का टैक्स जमा नहीं करा पा रहे हैं। वहीं इसकी वजह से कई लोग टाइम से जमा नहीं करा पाने की स्थिति में फाइन भी भर रहे हैं।

जमीन तो खरीदी पर असेसमेंट में परेशानी

अमल कुमार सिन्हा ने रजनी कुमारी को अपना मकान बेच दिया। उनका वार्ड नंबर उस समय 34 था। परिसीमन के बाद अब वह बदल गया है, जिससे कि नए ओनर को असेसमेंट करने में दिक्कत हो रही है। न्यू वार्ड सेलेक्ट करने का ऑप्शन भी लॉक कर दिया गया है। अब इस काम के लिए उन्हें नगर निगम के ऑफिस के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं। इसके अलावा कई और लोग भी हैं, जो आनलाइन सिस्टम की परेशानियों से जूझ रहे हैं।

ओटीपी नहीं आने से करेक्शन फंसा

नगर निगम की वेबसाइट पर आनलाइन नाम, एड्रेस करेक्शन का भी लिंक दिया गया है, जिसपर क्लिक करने के बाद ओटीपी भेजने का मैसेज लिंक पर आता है। लेकिन ओटीपी कई बार ट्राई करने के बाद भी नहीं आता। इस कारण भी लोग काफी परेशान हो रहे हैं। छोटे-छोटे काम के लिए ऑफिस के चक्कर लगाने से छुटकारा नहीं मिल रहा।