रांची (ब्यूरो) । शनिवार को चुटिया थानाध्यक्ष वेंकटेस कुमार के पदोन्नती होने पर सम्मान एवं विदाई समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर सम्मान समारोह के मुख्य अतिथी वेंकटेस कुमार ने सभी के प्रती आभार एवं कार्यकाल में सभी का अपेक्षित सहयोग की प्रशंसा की। साथ ही इस दौरान अपने कड़े व्यवहार को ले खेद व्यक्त किया। उन्होंन कहा की एसडीपीओ के नाते एक बड़ी जिम्मेवारी मिली है। इस अवसर पर पर थाने क्षेत्र के गणमान्य नागरिक सहित शिक्षक, व्यवसायी, कर्मचारी सभी ने अपना सम्मान प्रकट किया।

18 थानों में रहे

डॉ वासुदेव प्रसाद ने भारत माता का चित्र भेंट कर उन्हें सन्मानित किया। वेंकटेस कुमार 1994 में पुलिस सेवा में सब इंस्पेक्टर के पद पर आये। झारखंड के कुल 18 स्थानों पर थानाध्यक्ष के पद पर कार्यरत रहे। सेवा की शुरूआत इन्होंने हजारीबाग जिले से थानाध्यक्ष में रहकर की। हजारीबाग, देवघर, रांची जिले में रहे। एक वर्ष लातेहार जिले में रहे और इंस्पेक्टर में पदोन्नती के साथ विशेष शाखा में सेवा दिये उसके पश्चात पुन: रांची जिले में पदस्थापित रहे। जहां जहां रहे वहां एक पुलिस के सेवा भाव को दिखलाया।

एक दर्जन प्रशस्ति पत्र

उन्हें 1999 में सोनपुर मेला अवार्ड, एक दर्जन से ऊपर डीजी की तरफ से प्रशस्ति पत्र सहित नगद पुरस्कार मिला। 2006 ई में झारखंड मुख्यमंत्री वीरता पदक, 15 अगस्त 2015 को सराहनीय पुलिस सेवा के लिये राष्ट्रपती पुरस्कार मिला.15 अगस्त 2022 को पुलिस विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपती पुलिस पदक मिला। दिसंबर 2023 में झारखंड सरकार ने डीएसपी में प्रमोशन कर प्रथम पदस्थापन 31 जनवरी 2024 को एसडीपीओ बरवाडीह में किया।

गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज सहायक प्राध्यापक डॉ ओम प्रकाश ने कहा की पुलिस सेवा को इमानदारी से करने के साथ वेंकटेस कुमार बनारस हिंदु विश्वविद्यालय के प्रखर विद्यार्थी रहे साथ ही रांची यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान के टॉपर रहे हैं। विभाग के रिसर्च स्कालर हैं। इनकी शिक्षा के साथ विद्या प्रती रूची हम जैसे शिक्षकों के लिये प्रेरणा है।