RANCHI : जीएसटी लागू होने के बाद जुलाई माह का सेल्स रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तारीख 10 अक्टूबर है, लेकिन 40 परसेंट कारोबारी अभी भी जीएसटीआर-1 फॉर्म नहीं भर पाए हैं, जबकि यहां 65 से ज्यादा व्यवसायी जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। वैसे, सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट सेल्स रिटर्न दाखिल करने के लिए कारोबारियों के साथ लगातार संपर्क में है, लेकिन कागजी दस्तावेजों में पेंच से उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

कारोबारी नहीं ले रहे इंटरेस्ट

रांची के कारोबारी जीएसटी रिटर्न दाखिल करने में कापी पीछे चल रहे हैं। झारखंड चैंबर में जीएसटी उप कमिटी के चेयरमैन दीनदयाल वर्णवाल के मुताबिक, कारोबारी रिटर्न दाखिल करने में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं। इसकी वजह कागजों का इतना उलझन है कि जीएसटी में रजिस्ट्रेशन होने के बावजूद रिटर्न दाखिल करने वाले कारोबारियों की संख्या काफी कम है।

विभाग कर रहा प्रयास

जीएसटी में रजिस्टर्ड ज्यादा से ज्यादा कारोबारी सेल्स रिटर्न दाखिल करें, इसके लिए सेल्स विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इस बाबत रजिस्टर्ड कारोबारियों को विभाग की ओर से कॉल कर रिटर्न दाखिल करने को कहा जा रहा है। साथ ही व्यवसायिक संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है। इतना ही नहीं, रिटर्न करने को लेकर कारोबारियों को अवेयर करने के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। मालूम हो कि जीएसटीआर-वन दाखिल करने के लिए मात्र दो ही दिन बचे हैं।

रिटर्न दाखिल करने का ये है शिड्यूल

मालूम हो कि जुलाई महीनेकी अंतिम ब्रिकी रिटर्न जीएसटीआर-1 फ ार्म 10 अक्टूबर तक भरनी है, जबकि खरीद रिटर्न की जानकारी देने के लिए जीएसटीआर-2 फ ॉर्म भरने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। जीएसटीआर-3 दाखिल करने की तिथि 10 नवंबर है। इसमें जीएसटीआर-1 और 2 का इसमें मिलान होगा।

फाइलिंग का दबाव नहीं झेल पा रहा पोर्टल

जीएसटीएन पोर्टल में रिटर्न फ ाइल करना व्यापारियों के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। पोर्टल फ ाइलिंग का दबाव नहीं झेल पा रहा है। हाल है कि व्यापारी समय पर रिटर्न अपलोड नहीं कर पा रहे हैं। जीएसटीएन के पोर्टल पर अभी तक नियमित पंजीकरण रद्द कराने की सुविधा भी शुरू नहीं हुई है जिसके चलते 20 लाख रुपये वार्षिक से कम कारोबार वाले व्यापारियों को परेशानी हो रही है। वहीं, कारोबारियों को उनकी आपूर्ति का ब्यौरा यानी फ ार्म जीएसटीआर-1 अपलोड करने में भी दो से तीन दिन तक का वक्त लग रहा है।